भारत में कोविड-19 स्वास्थ्य संकट के कारण लगाया गया दो सप्ताह का यात्रा प्रतिबंध समाप्त होने के बाद पहला विमान भारत में फंसे ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को लेकर शनिवार को ऑस्ट्रेलिया के डार्विन पहुंचा। प्रतिबंध समाप्त होने के बाद ऑस्ट्रेलिया सरकार ने भारत में फंसे अपने नागरिकों की स्वदेश वापसी के लिये उड़ानें शुक्रवार से फिर से शुरू कर दीं। ‘क्वांटास विमान स्थानीय समयानुसार सुबह नौ बजे से थोड़ा पहले रॉयल ऑस्ट्रेलियन एयर फोर्स (आरएएएफ) के एयरबेस पर पहुंचा। इसके जरिए 150 यात्रियों को लाया जाना था, लेकिन अंतत: केवल 80 नागरिक स्वदेश लौटे।
एबीसी न्यूज ने भारत में ऑस्ट्रेलियाई उच्चायुक्त बैरी ओ फैरेल के हवाले से कहा कि शुक्रवार को पहली उड़ान में कई यात्रियों को सवार होने की इजाजत नहीं दी गई क्योंकि कोविड-19 जांच में उनके संक्रमित होने का पता चला। खबर में कहा गया कि 70 व्यक्तियों को विमान में सवार होने से रोक दिया गया, क्योंकि इनमें से 46 लोग संक्रमित पाए गए थे और 24 अन्य लोग संक्रमितों के निकट संपर्क में आए थे। स्वदेश लौटे लोगों को होवार्ड स्प्रिंग्स केंद्र ले जाया जाएगा।
ऑस्ट्रेलिया के लगभग 10,000 स्थायी निवासी भारत से स्वदेश लौटना चाहते हैं। इनमें से लगभग 1,000 को जोखिम में माना गया है और उन्हें स्वदेश जाने वाली उड़ानों में सवार होने में प्राथमिकता दी गई है। उल्लेखनीय है कि ऑस्ट्रेलिया सरकार ने अस्थायी यात्रा प्रतिबंध लगाया था, जिसके तहत गत 14 दिनों तक भारत में रहकर स्वदेश लौटने का प्रयास करने वालों को पांच साल कारावास की सजा देने या 66 हजार डॉलर का जुर्माना लगाने या दोनों का प्रावधान किया गया था।
ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों को वापस लाने के लिए शुक्रवार को भारत पहुंचे विमान से 1,056 वेंटिलेटर, 60 ऑक्सीजन सांद्रक और अन्य आवश्यक आपूर्ति भेजी गई थी। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 15 टन से अधिक चिकित्सा आपूर्ति मुहैया कराई है, जिसमें 2,000 से अधिक वेंटिलेटर और 100 से अधिक ऑक्सीजन सांद्रक शामिल हैं।