दिल्ली से सटे गाजियाबाद के अस्पतालों में कोविड-19 रोगियों को वेंटिलेटर वाले आईसीयू बिस्तर दिलाने के बहाने पैसे लेकर धोखाधड़ी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि जीटी रोड कोतवाली पुलिस और स्वाट कर्मियों ने दोनों आरोपियों को पकड़ा।
इस संबंध में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपियों की पहचान मयंक (24) और प्रदीप (28) के रूप में हुई है। पुलिस ने उनके पास से 1.95 लाख रुपये बरामद किए हैं। पुलिस ने कहा कि मयंक ठगी गिरोह का सरगना था और उसने स्वीकार किया है कि वह अपने साथियों चिराग और अमित के साथ लोगों को ठगता था। उन्होंने कहा चिराग और अमित अस्पताल के डॉक्टर बनकर रोगियों के स्वास्थ्य के बारे में पूछते थे।
पुलिस ने कहा कि एक और व्यक्ति गौतम वार्ष्णेय रोगी को भर्ती करने के लिए, अस्पतालों के नाम पर बनाए गए फर्जी खातों में अग्रिम भुगतान लेता था। उन्होंने कहा कि चिराग, अमित और वार्ष्णेय को 30 प्रतिशत कमीशन मिलता था। उन्हें भी जल्द पकड़ लिया जाएगा।