यूपी के उरई के मोहल्ला इंदिरा नगर में शुक्रवार देर शाम युवक ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली। पुलिस ने उसे कुछ दिन पहले तमंचे के साथ गिरफ्तार किया था। जमानत पर छूटकर आने के बाद फिर पुलिस ने उसको पीटा। घर वालों ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगा सड़क जामकर हंगामा किया। अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन देकर किसी तरह उन्हें शांत कराया। इंदिरा नगर निवासी विनय रायकवार को पुलिस ने तमंचा रखने के आरोप में कुछ दिन पहले गिरफ्तार कर जेल भेजा था। जमानत पर रिहा होने के बाद घर आ गया था।
पांच मई की रात वह घर के बाहर बैठा था तभी चौकी पुलिस ने फिर उसे उठा लिया और पीटा। इससे वह काफी दहशत था और शुक्रवार देर शाम को उसने घर में फांसी लगाकर जान दे दी। विनय के परिजनों का आरोप है कि चौकी पुलिस ने विनय को जबरन फंसाया था। उसके पास कोई तमंचा नहीं था, पुलिस ने अपने पास से तमंचा लगाकर उसे जेल भेजा था। जब वह जमानत पर छूटकर आया तो फिर से चौकी इंचार्ज अभिषेक सिंह ने घर पर आकर उसके साथ मारपीट की। जिससे अवसाद में आकर उसने फांसी लगा ली।
विनय की मां गुड्डन देवी ने पुलिस ऑफिस पहुंचकर विनय की मौत के लिए जिम्मेदार मंडी पुलिस चौकी इंचार्ज अभिषेक सिंह व सिपाहियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने के लिए प्रार्थनापत्र दिया। कार्रवाई को लेकर संतोषजनक जवाब न मिलने पर विनय के शव को जिला अस्पताल के सामने रखकर परिजनों ने जाम लगा दिया। अपर पुलिस अधीक्षक राकेश सिंह का कहना है कि मामले की जांच की जाएगी। सत्यता के आधार पर कार्रवाई होगी।