बिहार की नीतीश कुमार सरकार ने कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए 15 मई तक राज्य में लॉकडाउन की घोषणा की हुई है। हालांकि कोरोना के मामलों में होती बढ़ोतरी को देखते हुए कंटेनमेंट जोन जैसे उपायों को अपनाया जा रहा है। मगर सत्ताधारी पार्टी के विधायक का एक कारनामा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
वायरल वीडियो में दिख रहा है कि रात का समय है और लकड़ी के एक बैरिकेड से कुछ दूरी पर एक वाहन खड़ा है। इसकी हेडलाइट्स जली हुई हैं। थोड़ी देर तक इंतजार करने के बाद कुछ लोग बैरिकेड को तोड़कर हटा देते हैं। रास्ता साफ होने पर वाहन वहां से चला जाता है।
जानकारी के अनुसार वाहन में गोपालपुर विधानसभा से तीन बार चुने गए जेडीयू विधायक गोपाल मंडल उर्फ नरेंद्र कुमार नीरज सवार थे। गोपाल मंडल ने वीडियो में अपने और अपने समर्थकों के होने की पुष्टि की है। घटना भागलपुर जिले के नवगछिया बाजार के पास हुई है। इसे कोरोना के ज्यादा केस होने की वजह से कंटेनमेंट जोन घोषित किया गया था। इसलिए वाहनों को रोकने के लिए बैरीकेडिंग की गई थी।
जब वायरल वीडियो के बारे में विधायक से पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘अगर हम किसी को फोन करके बुला कर हटाने के लिए कहते तो हमपर मुकदमा हो सकता था। इसलिए हमने नहीं कहा। हम लड़ाकू आदमी हैं, हम सब काम अपने से करते हैं। किसी कार्यकर्ता को कुछ नहीं होने देंगे, अपने से बंदूक राइफल लेकर उतरेंगे और जो देना होगा वो देंगे। हम उस समय प्रशासन में किससे कहते, हम तो वहां फंस गए थे। हमको पाखाना लगा हुआ था, हम वहां से कैसे निकलते। दोनों ही बात थी, पाखाना भी लगा हुआ था और भूख भी लगी हुई थी।’
महामारी एक्ट के तहत होगी कार्रवाई
बैरीकेडिंग तोड़ने की इस हरकत पर स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर जब पक्षपात के आरोप लगे तो नौगछिया प्रशासन हरकत में आया। प्रशासन ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। साथ ही कहा है कि महामारी एक्ट के तहत कानून अनुसार कार्रवाई होगी।