गांव इस्लामपुर में पीजी संचालकों को दो युवकों से उनका पहचान पत्र और किराया मांगना मंहगा पड़ गया। दोनों आरोपियों ने पहले जान से मारने की धमकी दी। ऐसे में पीजी संचालक और उसका पार्टनर नीचे आकर बैठ गए। तभी एक युवक आया और सीधे पीजी संचालक की छाती में गोली मारी। तभी संचालक और पार्टनर ने आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया, तो आरोपी ने दूसरे युवक पर भी गोली चलाई, जिसमें वह बाल-बाल बच गया।
हाथापाई में उसकी पिस्टल मौके पर गिर गई और आरोपी मौके से फरार हो गए। तभी चौथे फ्लोर से दोबारा दूसरा युवक आया और उसने भी अपनी दोनों पिस्टल से पीजी संचालक पर तीन से चार गोलियां चलाई। उसके बाद आरोपी पैदल ही फरार हो गया। पीजी संचालक को निजी अस्पताल में लेकर गए, जहां पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
पुलिस ने पार्टनर की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ सदर थाने में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मूलरूप से जिला महेंद्रगढ़ निवासी गौरव ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि छह महीने पहले ईस्लामपुर में अपने दोस्त संदीप कुमार निवासी सांपला रोहतक के साथ मिल पीजी लिया था।
पीजी के कमरा नंबर 404 में मनीष निवासी झज्जर, लक्की निवासी झज्जर और जोंटू रह रहे थे। मंगलवार रात को मनीष ओर जोंटू से किराया मांगा और पहचान पत्र की आईडी भी मांगी। लेकिन आरोपी काफी समय से पहचान पत्र और किराया नहीं दे रहे थे। ऐसे में दोनों की आरोपियों से बहस होने के बाद आरोपियों ने कहा कि यहां से चले जाओ।
संदीप, गौरव और कुलदीप नीचे बैठ कर बातें कर रहे थे और कुलदीप उठकर चला गया। तभी चौथे फ्लोर से जोंटू नीचे आया और आते ही उसने संदीप की छाती में गोली मार दी। उसके बाद संदीप और गौरव ने जोंटू को पकड़ा तो उसने गौरव पर फिर गोली चलाई, जिसमें वह बाल-बाल बच गया। उसके बाद जोंटू की पिस्टल वहीं गिर गई और वह भाग गया।
इसके कुछ देर बाद मनीष ऊपर से नीचे आया और अपनी जेब से दो पिस्टल निकाली और संदीप पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं। इसमें से तीन गोली संदीप को लगी। जबकि गौरव छुप कर पूरे घटनाक्रम को देख रहा था। उसके बाद मनीष मौके से पैदल ही फरार हो गया। घायल संदीप को पास के निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। सदर थाना प्रभारी दिनेश यादव ने बताया कि मामला दर्ज कर लिया है और मौके से एक पिस्टल को भी बरामद किया गया है। आरोपियों की पहचान करने का प्रयास किया जा रहा है।