पति ने पत्नी के प्रेमी को शराब पार्टी दी, फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद लाश को गाड़ी में रखकर उसे बेतिया में फेंक दिया। वर्ष 2020 के तीन मार्च को हुये दिवाकर साह अपहरण कांड मामले में जब सुलतानगंज थाने की पुलिस ने बुधवार की सुबह सुजीत कुमार और उसकी पत्नी सुनीता हेंब्रम को गिरफ्तार किया तो ये चौंकाने वाले खुलासे हुये।
थानेदार शेर सिंह यादव के मुताबिक उस चार पहिया गाड़ी को भी जब्त कर लिया गया, जिस पर दिवाकर की गला दबाकर हत्या की गयी थी। इसी गाड़ी पर उसकी लाश को बेतिया में फेंक दिया गया। दिवाकर के परिवार वालों ने सुनीता पर नामजद केस दर्ज किया था। तकनीकी अनुसंधान और अन्य तरीकों से छानबीन कर रही पुलिस को सुनीता और उसके पति के खिलाफ अहम साक्ष्य मिले। लेकिन उस वक्त दोनों फरार हो गये। गुप्त सूचना मिलने पर बुधवार को केस के आईओ दिनेश कुमार ने दोनों को गिरफ्तार किया।
दारोगा दिनेश कुमार के मुताबिक पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि घटना के दिन सुजीत ने अपनी पत्नी से दिवाकर को कॉल करवाया। सुनीता ने ही उसे बुलाया। फिर सुजीत ने दिवाकर को शराब पार्टी दी। जब वह नशे में आ गया तो उसे चार पहिया गाड़ी में बैठा लिया। फिर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी।
प्रेमिका की शादी के बाद भी मिलता था प्रेमी
गिरफ्तारी के बाद सुजीत ने पुलिस को बताया कि सुनीता की शादी होने के बाद भी दिवाकर उससे मिलता था। कार चालक सुजीत के घर में नहीं होने पर अक्सर सुनीता उसे बुला लिया करती थी। इस बात की खबर जब सुजीत को मिली तो उसने विरोध शुरू किया। इसके बाद उसने दिवाकर की हत्या की साजिश रच डाली।
दर्ज हुआ था नामजद केस
महेंद्रू के भागीरथी लेन के रहने वाले दिवाकर साह के परिवारवालों ने सुनीता पर शक जाहिर करते हुये नामजद एफआईआर दर्ज की थी। पुलिस इस मामले में सुजीत के दो रिश्तेदारों को जेल भेज चुकी है।