बिहार में लगातार बढ़ रहे कोरोना संक्रमण को देखते हुए नीतीश सरकार ने 15 मई तक लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने स्वयं ट्वीट कर इसकी जानकारी दी। कहा कि विस्तृत मार्ग निर्देशिका आपदा प्रबंधन समूह को जारी करने का निर्देश दिया है।
बता दें कि सोमवार को कोरोना संक्रमण में वृद्धि और उपचार को लेकर पटना हाईकोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए महाधिवक्ता से कहा कि राज्य सरकार से बात करें और मंगलवार यानी चार मई को बताएं कि राज्य में लॉकडाउन लगेगा या नहीं। साथ ही कहा कि अगर आज निर्णय नहीं आता है तो हाईकोर्ट कड़े फैसले ले सकता है। कोरोना मरीजों के उपचार के संबंध में दायर जनहित याचिका की सुनवाई करते हुए पटना हाईकोर्ट ने यह सवाल पूछा था। हाईकोर्ट ने कहा कि आदेश के बाद भी कोरोना मरीजों के उपचार की सुविधाएं नहीं बढ़ी हैं। राज्य के अस्पतालों में निर्बाध ऑक्सीजन आपूर्ति की ठोस कार्ययोजना नहीं बनी है। केंद्रीय कोटा से मिले रोजाना 194 टन की जगह मात्र 160 टन ऑक्सीजन का उठाव हो रहा है। राज्य में एडवाइजरी कमेटी तक नहीं बनी, जो इस कोरोना विस्फोट से निपटे, कोई वार रूम तक नहीं बना है।कोरोना से सोमवार को बिहार में 174 लोगों की मौत हो गयी। 42 की मौत पटना में हुई, जबकि 132 की मौत बिहार के अन्य जिलों में हो गयी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अनुसार राज्य में इलाज के दौरान 82 लोगों की मौत हुई है। मगध, भोजपुर और सारण में 59 लोग की कोरोना से जान चली गई। गया में नौ, सीवान और बेगूसराय में आठ-आठ, रोहतास में छह के अलावा नालंदा और वैशाली में पांच-पांच की मौत तो गई। भोजपुर और बक्सर में चार-चार, अरवल में तीन, सारण, गोपालगंज और कैमूर में दो-दो तथा जहानाबाद में एक को कोरोना ने लील लिया।