महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शुक्रवार को राज्य की जनता को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा पाबंदियों से कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण में मदद मिली है और इस वजह से उम्मीद से कम एक्टिव केस हैं। उन्होंने यह भी साफ कर दिया कि राज्य में पिछले साल की तरह सख्त लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा।
उद्धव ठाकरे ने कहा, ”बॉम्बे हाई कोर्ट ने कल कहा था कि क्या सख्त लॉकडाउन लगाने की जरूरत है, मेरे विचार से इसकी जरूरत नहीं है। मौजूदा पाबंदियों की वजह से प्रतिदिन आने वाले केसों में स्थिरता आई है। राज्य में 10 लाख एक्टिव केस हो गए होते, लेकिन हमने इन्हें 7 लाख से कम पर रोका है।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य सरकार कोरोना की तीसरी लहर का मुकाबला करने के लिए भी तैयार है। कोरोना की दूसरी लहर की उम्मीद थी, लेकिन कोई नहीं जानता था कि यह इतना क्रूर होगा।” राज्य में कोरोना संक्रमण के खिलाफ तैयारियों का ब्योरा देते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि राज्य में टेस्टिंग लैब्स की संख्या को 2 से बढ़ाकर 609 किया जा चुका है और प्रतिदिन 3 लाख सैंपल की जांच हो सकती है।
राज्य में ऑक्सीजन संकट पर ठाकरे ने कहा कि जिला कलेक्टर्स को ऑक्सीजन प्लांट्स लगाने का आदेश दिया गया है। यदि तीसरी लहर भी आती है तो राज्य में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं होगी। उन्होंने कहा, ”राज्य में अभी ऑक्सीजन की कमी है। हम प्रतिदन 1700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का इस्तेमाल कर रहे हैं और करीब 1200 मीट्रिक टन का उत्पादन करते हैं। करीब 500 मीट्रिक टन केंद्र की ओर से दूसरे राज्यों से आवंटित किया गया है, जोकि काफी दूर हैं।”