बाड़मेर के तस्कर कमलेश प्रजापति के एनकाउंटर से जुड़े दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद अब इस मुठभेड़ को लेकर सवाल खड़े होने लगे हैं। सवाल सिर्फ बीजेपी नेता नहीं बल्कि कांग्रेस के लोग भी कर रहे हैं। दोनों पार्टियों के नेताओं ने इस मुठभेड़ को फर्जी करार दिया है और आरोप लगाया है कि यह बाड़मेर पुलिस की ओर से की गई सुनियोजित हत्या है। कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों के नेताओं ने मामले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग की है।
बता दें कि कुख्यात तस्कर और हिट ऐंड रन केस में वांछित कमलेश प्रजापति को बीते गुरुवार पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया था। पुलिस ने दावा किया था कि उन्हें एक जानकारी मिली थी जिसके बाद वह आरोपी को पकड़ने गई थी। हालांकि, इस दौरान उसने भागने की कोशिश की और एक पुलिसवाले को भी मारने की कोशिश की। बचाव में पुलिस को मजबूरन गोली चलानी पड़ी, जिसकी वजह से कमलेश प्रजापति मारा गया।
हालांकि, इस बीच रविवार को एनकाउंटर से जुड़े दो वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कमलेश ने पुलिस पर गोली नहीं चलाई थी बल्कि पुलिस ने उसपर गोली चलाई। वहीं, पुलिसकर्मियों को कमलेश की गाड़ी की विंडशीट तोड़ते देखा जा सकता है। इसके बाद पुलिसकर्मी कमलेश के दोनों हाथ और पांव पकड़कर उसे गाड़ी में डालते हुए दिख रहे हैं।
कमलेश एनकाउंटर से जुड़े ये दो वीडियो वायरल हो रहे हैं। 6 मिनट 25 सेकंड के पहले वीडियो में गाड़ी बाहर निकालने से लेकर गाड़ी में डालने तक का पूरा वाकया कैद है। वायरल वीडियो ने कमलेश एनकाउंटर को लेकर पुलिस की सुनाई कहानी पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
केंद्रीय मंत्री और जोधपुर से बीजेपी सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसे पुलिसिया हत्या करार दिया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘सीसीटीवी फुटेज से लगता है कि बाड़मेर पुलिस ने कमलेश प्रजापति की हत्या की है, जिसे एनकाउंटर का नाम दिया गया। वीडियो में दिख रहा है कि पहले कमलेश को घेर कर पीटा गया और फिर गोलियां मारी गईं। घटनास्थल पर संघर्ष के निशान नजर नहीं आते। यह एक अत्यंत संवेदनशील और संदेहास्पद प्रकरण है। पीड़ित परिवार को भी बार-बार फर्जी मुकदमों में फंसाने का डर दिखाया जा रहा है। गहलोत सरकार और पुलिस की संदिग्ध भूमिका देखते हुए इस पूरे मामले की सीबीआई जांच कराई जानी चाहिए।’
राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने भी मुठभेड़ पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने ट्वीट किया, ‘सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे सीसीटीवी फुटेज के इस वीडियो से साफ झलक रहा है कि बाड़मेर में पुलिस ने बिना किसी संघर्ष के सुनियोजित तरीके से कमलेश प्रजापति की हत्या करके इसे एनकाउंटर करार दिया है और प्रदेश में कानून के शासन की सरेआम धज्जियां उड़ाई है।’
पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता मानवेंद्र सिंह ने भी एनकाउंटर पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने लिखा, ‘सीसीटीवी फुटेज से स्पष्ट होता है कि मुझे जो भी पुलिस नेतृत्व ने बताया वो सत्य से बहुत दूर की बात है। मैंने उसी समय पुलिस नेतृत्व को बताया था कि आम जन में जो भ्रम है उसे दूर करना अति आवश्यक है। अब तो वो भ्रम और अधिक ही होगा।’ उन्होंने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मामले की निष्पक्ष जांच कराए जाने की मांग भी की।