Do’s and Don’ts of using a Hand Sanitiser: कोरोना के बढ़ते मामलों ने एक बार फिर देश-दुनिया की सरकार की चिंता बढ़ाकर रख दी है। कोरोना से बचने के लिए वैज्ञानिक आए दिन नए-नए शोध कर रहे हैं। लेकिन अब तक हुए सभी शोध एक कॉमन बात की तरफ इशारा करते हैं। जी हां और यह एक बात है, कोरोना संक्रमण से सुरक्षा ही बचाव का एकमात्र उपाय है। डॉक्टर और वैज्ञानिक लोगों को इस महामारी से दूर रहने के लिए मास्क और सैनिटाइजर का नियमित रूप से इस्तेमाल करने की सलाह दे रहे हैं। उनका कहना है कि ये दोनों ही चीजें व्यक्ति को सुरक्षित रखने और वायरस और बैक्टीरिया को फैलने से रोकने में काफी मददगार साबित हो सकती हैं। ऐसे में WHO और CDS की गाइडलाइंस के अनुसार जानते हैं कैसे खुद को सुरक्षित रखने के लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय व्यक्ति को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
सैनिटाइजर का इस्तेमाल करते समय ध्यान रखें ये बातें-
-60 प्रतिशत अल्कोहल वाला सैनिटाइजर-
WHO की गाइडलाइंस के अनुसार, जब भी आप सैनिटाइजर खरीदने जाएं तो पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपका सैनिटाइजर 60 प्रतिशत अल्कोहल वाला होना चाहिए। वायरस और बैक्टीरिया को फैलने से रोकने में 60 प्रतिशत अल्कोहल वाला सैनिटाइजर का इस्तेमाल ही फायदेमंद है।
-हाथों को सूखने तक रगड़ें-
अक्सर देखा गया है कि कुछ लोग अपने हाथ बैक्टीरिया फ्री करने के लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल तो करते हैं पर उसे अच्छी तरह हाथों पर रगड़ते नहीं है। ऐसा बिल्कुल न करें। यह सैनिटाइजर लगाने का सही तरीका नहीं है। सैनिटाइजर को हाथों पर तब तक रगड़े जब तक ये पूरी तरह से सूख न जाए।
हाथ साफ करने के लिए कितनी हो सैनिटाइजर की मात्रा-
अपने हाथों को सैनिटाइज करने के लिए व्यक्ति को कम से कम 5 एमएल सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए। लेकिन आपको अगर लग रहा है कि आपके हाथ अधिक गंदे हैं तो आपको 5 एमएल से ज्यादा सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना होगा।
सैनिटाइजर लगे हाथों से खाना न खाएं-
कई बार लोग खाना खाने से पहले हाथ धोने से बचने के लिए सैनिटाइजर का इस्तेमाल करने लगते हैं। सैनिटाइजर में अधिक मात्रा में एल्कोहल होता है जो आपकी किडनी, लीवर और दिल से जुड़ी सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। खाना खाने से हमेशा 30 सेकंड पहले सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
सैनिटाइजर को आग से रखें दूर-
सैनिटाइजर में अल्कोहल होता है, जो उसे ज्वलनशील बनाता है। यही वजह है कि रसोई या आग से सैनिटाइजर को दूर रखना चाहिए।
रोगी से मिलते समय भी सैनिटाइजर का करें इस्तेमाल-
CDS के अनुसार, अगर आप अस्पताल जाकर किसी मरीज से मिलते हैं तो पानी की जगह पर सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें। ऐसा करने से आपको संक्रमण होने का खतरा कम हो जाता है।