झारखंड के बोकारो से ऑक्सीजन भरे दो टैंकर एयरलिफ्ट करके लाए जाएंगे। एक टैंकर मेरठ और दूसरा टैंकर गाजियाबाद को मिलेगा। ऑक्सीजन का दूसरा टैंकर छत्तीसगढ़ के भिलाई से आ रहा है जो सोमवार तक मेरठ पहुंच जाएगा।
रविवार को मेरठ मंडल कमिश्नर सुरेंद्र सिंह व आईजी प्रवीण कुमार ने सभी डीएम, एसएसपी और सीएमओ के साथ बैठक ली। इसमें ऑक्सीजन आपूर्ति, आरटीपीसीआर जांच, कंटेनमेंट जोन की बैरीकेडिंग पर चर्चा हुई। कमिश्नर ने कहा कि मेरठ मंडल को 200 टन ऑक्सीजन रोजाना चाहिए जबकि पूरे वेस्टर्न यूपी को ही 224 टन ऑक्सीजन उपलब्ध हो पा रही है।
कमिश्नर ने कहा कि एयरलिफ्ट कर ऑक्सीजन के दो टैंकर बोकारो से लाए जा रहे हैं। इसमें मेरठ-गाजियाबाद को एक-एक टैंकर मिलेगा। क्षमता काफी होने से ऑक्सीजन संकट दूर होगा। माना जा रहा है कि दोनों टैंकर बोकारो से एयरलिफ्ट कर गाजियाबाद के हिंडन एयरफोर्स स्टेशन पर उतरेंगे।
अस्पतालों का ऑक्सीजन कोटा तय होगा
कमिश्नर ने कहा कि सभी हॉस्पिटलों को मरीजों की संख्या के सापेक्ष ऑक्सीजन का आवंटन किया जाएगा। इस प्रकार हम पूरे जनपद का आवंटन निर्धारित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में 25 फीसदी मरीज बाहरी जिलों के हैं। मानवता कहती है कि मरीज को बेड दें। लेकिन अस्पताल बेड तभी दें, जब वे इलाज करने में सक्षम हों। उन्होंने कहा कि हॉस्पिटलों का ऑक्सीजन आवंटन सोमवार तक तय कर दिया जाएगा।
ऑक्सीजन सप्लाई की टाइमलाइन बनेगी
आईजी प्रवीण कुमार ने कहा कि हॉस्पिटलों को ऑक्सीजन सप्लाई की टाइमलाइन तय हो। यदि उस टाइमलाइन के हिसाब से ऑक्सीजन न मिल पाए, तब अस्पताल कोई भी नोटिस लगाए।