दिल्ली एनसीआर के अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन जैसी जरूरी चीजों की भारी किल्लत है। इसी बीच गाजियाबाद में ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस की एक टीम ने एक साथ दबिश देकर दो स्थानों से 101 सिलेंडर बरामद किए हैं। इसमें 30 सिलेंडर भरे हुए हैं, वहीं बाकी खाली हैं। पुलिस ने इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की पहचान कैला भट्ठा के रहने वाले आकिल सैफी पुत्र असरफ और न्यू प्रेम नगर जस्सीपुरा के रहने वाले जावेद मलिक के रूप में हुई है।
पुलिस के अपराध शाखा प्रभारी संजय पांडेय ने बताया कि कई दिनों से ऑक्सीजन के सिलेंडर की कालाबाजारी की खबरें आ रही थीं। ऐसे में पुलिस की टीमें दो दिन से पता करने का प्रयास कर रही थी कि आखिर यह सिलेंडर कहां से आ रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार को पता चला कि कैला भट्ठा स्थित किसी गैस गोदाम से सिलेंडरों की कालाबाजारी हो रही है।ऐसे में पुलिस उप महानिरीक्षक अमित पाठक के निर्देश पर नगर कोतवाल संदीप कुमार सिंह, नंदग्राम कोतवाल नीरज कुमार की टीम के साथ उनकी टीम ने जाल बिछाकर शनिवार की देर शाम कैलाभट्ठा में दबिश दी। इस दौरान पता चला कि जो व्यक्ति सिलेंडर बेचता है वह हिंडन विहार स्थित गोदाम पर है। ऐसे में पुलिस टीमों ने हिंडन विहार में दबिश दी। वहां से पुलिस ने आरोपी आकिल सैफी को हिरासत में लेते हुए 39 सिलेंडर बरामद कर लिए।
फिर आकिल की ही निशानदेही पर पुलिस ने हिंडन विहार में ही जावेद के गोदाम पर दबिश देकर पुलिस ने उसे भी गिरफ्तार कर लिया और गोदाम से 38 सिलेंडर बरामद किए हैं। इन दोनों को लेकर पुलिस कोतवाली पहुंची और जब यहां पूछताछ की गई तो आकिल ने बताया कि उसके घर में बने गोदाम में भी 25 सिलेंडर भरे हुए रखे हैं। ऐसे में पुलिस ने उसके घर दोबारा पहुंची और सभी सिलेंडर कब्जे में ले लिया है।
करते थे सांस का सौदा
नगर कोतवाल संदीप कुमार ने बताया कि आरोपी लोगों की मजबूरी का लाभ उठाकर उनकी सांस का सौदा करते थे। उन्होंने बताया कि इनके पास सिलेंडर किराए पर लेने आ रहे लोगों से आरोपी पहले उनकी जरूरत का अंदाजा करते थे। जैसे ही उन्हें लगता था कि ग्राहक मजबूर है तो एक सिलेंडर का किराया 24 घंटे के लिए एक से पांच हजार रुपये तक मांगते थे। वहीं 40 से पचास हजार में बेचने का सौदा करते थे। इसी प्रकार भरा हुआ सिलेंडर 30 से 35 हजार रुपये में देते थे।
कृत्रिम अभाव पैदा कर करते थे कालाबाजारी
पुलिस ने बताया कि कोरोना संक्रमण के बीच जैसे ही आक्सीजन की मांग बढ़ी, आरोपियों ने गैस सिलेंडर की जमाखोरी कर बाजार में गैस सिलेंडरों का कृत्रिम अभाव पैदा कर दिया। हालात यहां तक आ गए कि लोग गैस सिलेंडर के लिए दुकानदारों के सामने गिड़गिड़ाने लगे थे। ऐसे हालात में आरोपी मुंहमांगा किराया लेकर सिलेंडर देने लगे। वहीं सिलेंडर वापसी में यदि किसी को एक घंटे की भी देर हो जाती तो आरोपी उससे अगले दिन का भी किराया वसूल कर लेते थे।