पश्चिम बंगाल में चुनावी शोर के सामने कोरोना लहर की आवाज दबी नजर आ रही है। मगर चुनावी वादों में अब जाकर कोरोना और उसकी वैक्सीन चर्चा में आई है। भारतीय जनता पार्टी ने शुक्रवार को ऐलान किया कि अगर पश्चिम बंगाल में उसकी सरकार बनती है तो बंगाल के सभी लोगों को मुफ्त में वैक्सीन लगाई जाएगी। बता दें कि इससे ठीक एक दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी इसी तरह का चुनावी वादा किया था। हालांकि, भाजपा के ऐलान के बाद टीएमसी ने पलटवार किया और इसे भाजपा का जुमला करार दिया।
26 अप्रैल को 34 सीटों पर होने वाले सातवें चरण के मतदान से ठीक पहले चुनाव-प्रचार के आखिर दिन भाजपा ने फ्री वैक्सीन का वादा किया। बंगाल भाजपा ने एक ट्वीट में कहा कि अगर भाजपा की सरकार पश्चिम बंगाल में सत्ता में आती है तो सभी लोगों को मुफ्त में कोरोना की वैक्सीन दी जाएगी। बता दें कि 29 अप्रैल को आठवें चरण का मतदान है और उसके बाद चुनावी दंगल खत्म हो जाएगा और 2 मई को नतीजे आएंगे।
हालांकि, भाजपा के फ्री वैक्सीन के ऐलान के बाद तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार किया और कहा कि नवंबर 2020 में बिहार में सत्ता आने के तुरंत बाद ही भाजपा की सरकार बिहार में फ्री वैक्सीन के अपने वादे को भूल गई। बता दें कि बिहार चुनाव के वक्त भाजपा ने वादा किया था कि अगर फिर से एनडीए की सरकार बनती है तो वह बिहार के सभी लोगों को फ्री वैक्सीन मुहैया कराएगी।
एक वीडियो बयान में टीएमसी के सांसद डेरेक ओ ‘ब्रायन ने कहा कि भाजपा का फ्री वैक्सीन का वादा जुमला है। याद है कि बिहार में बीजेपी ने क्या किया था? उन्होंने चुनाव के दौरान मुफ्त वैक्सीन देने का वादा किया था, मगर चुनाव खत्म हुए और वे भूल गए। मुफ्त वैक्सीन जुमला है, बंगाल में सभी के लिए टीके होंगे। बीजेपी पर भरोसा मत करो।
इससे पहले गुरुवार को एक सार्वजनिक बैठक में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों का परिणाम 2 मई को आएगा। हम 5 मई के बाद बंगाल में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को मुफ्त कोरोना टीकाकरण प्रदान करेंगे। बता देंकि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मद्देनजर ये बयान आए हैं।