महाराष्ट्र में कोविड-19 मामलों में वृद्धि और चिकित्सीय ऑक्सीजन की गंभीर कमी के बीच राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने गुरुवार को कहा कि अगर जीवनरक्षक गैस की आवश्यक आपूर्ति में मदद मिलती है तो राज्य सरकार केंद्र के पैर छूने को भी तैयार है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, राज्य सरकार लोगों की जान बचाने के लिए सब कुछ करने को तैयार है। हम काफी विनम्रता से अनुरोध कर रहे हैं … यहां तक कि ऑक्सीजन की आवश्यक मात्रा के लिए केंद्र के पैर छूने को भी तैयार हैं।
टोपे ने कहा, राज्यों के बीच ऑक्सीजन के वितरण का अधिकार केंद्र सरकार के हाथों में है। उन्हें अपने अधिकारों का उपयोग करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि महाराष्ट्र को अधिक ऑक्सीजन मिले। उन्होंने कहा कि केंद्र को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऑक्सीजन ले जाने वाले टैंकरों को ‘ग्रीन कॉरिडोर उपलब्ध हो ताकि वे शीघ्र गंतव्य पर पहुंच सकें। उन्होंने कहा, मैं केंद्र से बार-बार यह अनुरोध कर रहा हूं।
बता दें कि देश के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति के लिए भारतीय रेलवे ऑक्सीजन एक्सप्रेस चलाई है। ऑक्सीजन एक्सप्रेस पर टैकरों को लादकर अलग-अलग जगहों पर पहुंचाया जा रहा है। केन्द्र ने गुरुवार को राज्यों को निर्देश दिया कि वे चिकित्सकीय ऑक्सीजन का निर्बाध उत्पादन-आपूर्ति और उसका अंतरराज्यीय परिवहन सुनिश्चित करें। मंत्रालय ने यह भी कहा कि इस आदेश की अवहेलना होने पर संबंधित जिले के जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक जवाबदेह होंगे।