कोरोना के केस बढ़ने के बाद जहां स्वास्थ्य विभाग बिल्कुल लचर नजर आ रहा है। अफसर जनता के फोन उठाने को तैयार नहीं है। लेकिन सरकार के प्रचार को लेकर कितने संजीदा है, इसका अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि कोरोना किट पर पूर्व सीएम का फोटो था, जिसे कर्मचारियों द्वारा बदलवाया गया। लेकिन इससे मरीजों तक दो दो दिन में किट पहुंच रही है। लेकिन स्वास्थ्य विभाग पर इसका जरा भी फर्क नहीं पड़ता। शुक्रवार को सोशल मीडिया पर पूर्व सीएम त्रिवेंद्र रावत के फोटो लगी कोरोना किट का फोटो वायरल हुआ। इसके बाद उसके ऊपर चस्पा सीएम तीरथ सिंह रावत का फोटो भी वायरल हुआ।
बताया गया कि यह फोटो सीएमओ कार्यालय में कर्मचारियों को बदलने के लिए लगाया गया है। ताकि वर्तमान सीएम का प्रचार हो सके। इस स्टीकर बदलने में लोगों को देरी का सामना करना पड़ रहा है। दो से तीन दिन में लोगों तक किट पहुंच रही है। जिला कांग्रेस कमेटी प्रवक्ता गीता बिष्ट ने कहा कि फोटो के चक्कर में ये लापरवाही कोविड-19 के होम आइसोलेशन मरीजों पर भारी पड़ रही है। कहा कि सरकार को किसी भी दवाई किट या अन्य वस्तु पर फोटो नहीं छापनी चाहिए जो भविष्य में उसके लिए ही हानिकारक हो जाए।
गीता बिष्ट ने कहा कि होम आइसोलेशन वाले मरीजों को कई दिनों के बाद ये दवाई किट उपलब्ध कराई जा रही है। इन किटों में पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की फोटो के ऊपर स्टिकर लगाकर दिया जा रहा है। शहरी क्षेत्र में किट वितरण के प्रभारी डा. आनंद शुक्ला कहते है कि कुछ पुरानी किट बची होगी, जिन पर पूर्व सीएम का फोटो छपा होगा। स्टीकर बदलने जैसी बात संज्ञान में नहीं है। नई किट भी आ गई है, जिन्हें बांटा जा रहा है।
मीडिया की नो एंट्री
सोशल मीडिया पर फोटो वायरल होने पर जब कई फोटो जर्नलिस्ट एवं कैमरामेन सीएमओ कार्यालय पहुंचे तो गार्ड ने कह दिया कि सीएमओ साहब ने किसी को भी अंदर आने से मना किया। सीएमओ को फोन किया गया, लेकिन उन्होंने रिसीव नहीं किया।