बुधवार को पाकिस्तान के दक्षिण पश्चिमी शहर क्वेटा में एक लक्जरी होटल सेरेना के पार्किंग एरिया में एक बम विस्फोट हुआ। इसमें चार लोग मारे गए और कम से कम नौ अन्य के घायल होने की खबर है। घायलों में दो लोगों की हालत गंभीर बताई गई है। पाकिस्तान के अखबार डॉन के मुताबिक, क्वेटा के सेरेना होटल की पार्किंग में बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे ये धमाका हुआ। आनन फानन में सुरक्षा बल सेरेना होटल पहुंचे और किसी को भी विस्फोट स्थल के पास नहीं जाने दिया गया। पुलिस ने बताया कि बचाव दल ने पीड़ितों को नजदीकी अस्पतालों में पहुंचाया। धमाके के बाद की जो वीडियो और तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें दिख रहा है कि ब्लास्ट काफी तेज था। धमाके के बाद दूर तक लपटे उठती हुई दिखीं। सेरेना होटल क्वेटा का सबसे आलीशान होटल माना जाता है।
होटल में ठहरे हुए थे चीनी राजदूत
बलूचिस्तान के गृह मंत्री जियाउल्लाह लैंगोव ने कहा कि बमबारी के समय होटल में चीनी राजदूत नोंग रोंग ठहरे थे, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि हमले के पीछे मकसद क्या था। उन्होंने कहा कि किसी भी मेहमान को कोई चोट नहीं पहुंची है, लेकिन इस हमले में मरने वाले चार लोगों में एक पुलिस अधिकारी था।
तहरीक-ए-तालिबान ने ली जिम्मेदारी
इस हमले के कुछ घंटों बाद, पाकिस्तानी तालिबान ने एक बयान में इस विस्फोट की जिम्मेदारी का दावा करते हुए कहा कि यह एक आत्मघाती हमला था। बता दें पाकिस्तानी तालिबान, या तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, अफगान तालिबान से एक अलग विद्रोही समूह है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी अज़हर अकरम ने कहा कि अधिकारी यह जानने की कोशिश कर रहे थे कि क्या बम होटल के पार्किंग में खड़ी गाड़ी में लगाया गया था? अन्य सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि एक कार के पार्किंग एरिया में घुसने के कुछ मिनटों बाद बम विस्फोट हुआ, और अधिकारी यह जानने के लिए जांच कर रहे हैं कि यह आत्मघाती हमला था या नहीं।
हमलों के बारे में मिली थी खुफिया जानकारी
प्रांतीय स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता वसीम बेग ने कहा कि बमबारी में चार लोगों की मौत हो गई और 12 घायल हो गए। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने होटल में धमाके के लिए भारत को दोषी ठहरा दिया है, हालांकि उन्होंने इसका कोई सबूत नहीं दिया। उन्होंने एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल को बताया कि पाकिस्तान का एक ही दुश्मन है और वह पड़ोसी भारत है। अहमद ने कहा कि उन्हें राजधानी इस्लामाबाद और अन्य जगहों पर संभावित हमलों के बारे में खुफिया जानकारी मिली थी और सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए संबंधित अधिकारियों के साथ जानकारी साझा की गई थी।
प्रांतीय सरकार के प्रवक्ता लियाकत शाहवानी ने हमले को आतंकवाद का नतीजा बताया है। उन्होंने कहा कि “आतंकवादी बलूचिस्तान में शांति को बाधित करना चाहते हैं। जो लोग बलूचिस्तान प्रांत में प्रगति और समृद्धि नहीं देखना चाहते, वे आतंकवाद के इस कृत्य के लिए जिम्मेदार हैं। ” बलूचिस्तान के मुख्यमंत्री रह चुके कमल खान ने बमबारी की निंदा करते हुए ट्विटर पर कहा कि पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा है कि अधिकारी जांच कर रहे हैं और बाद में एक बयान जारी किया जाएगा।