मध्य प्रदेश के दमोह जिले के अस्पताल जिले के अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर की लूट का मामला सामने आया है। जिला अस्पताल में हुई इस घटना को लेकर डिस्ट्रिक्ट कलेक्टर का कहना है कि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई पूरी थी। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन में किसी तरह की कमी न होने के बाद भी लूट की यह घटना हुई है। जिलाधिकारी ने बताया कि बताया कि अस्पताल में ऑक्सीजन सिलेंडरों से भरे ट्रक की एंट्री के बाद ही कुछ लोगों की भीड़ टूट पड़ी और सिलेंडर लेकर भागने लगे। हालांकि अस्पताल में ऑक्सीजन सप्लाई की कोई कमी नहीं थी।
उन्होंने कहा कि इस घटना के लिए जिम्मेदार उपद्रवियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ केस दर्ज किए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश देश के उन राज्यों में से एक है, जहां कोरोना के मामलों में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। मध्य प्रदेश देश के उन राज्यों में से एक है, जहां कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा देखने को मिल रहा है। मंगलवार को राज्य में 12,000 से ज्यादा नए कोरोना केस मिले हैं। इसके साथ ही आंकड़ा 433,704 का हो गया है। प्रदेश में अब तक4,713 लोगों की कोरोना संकट से मौत हो गई है। कोरोना संकट से निपटने के लिए राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में नाइट कर्फ्यू लगा रखा है। इसके अलावा कई शहर लॉकडाउन से भी गुजर रहे हैं। इसके बाद भी कोरोना के केसों में तेजी से इजाफा जारी है और ऑक्सीजन की भी मांग काफी ज्यादा है। मेडिकल एक्सपर्ट्स का कहना है कि पहली लहर के मुकाबले इस बार ऑक्सीजन की जरूरत ज्यादा पड़ रही है। डॉक्टरों का कहना है कि कोरोना के ज्यादातर मरीजों को सांस में लेने में समस्या हो रही है और इसके चलते ऑक्सीजन की मांग बढ़ी है। मध्य प्रदेश समेत देश के कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी की शिकायतें आ रही हैं। हालांकि सरकार का कहना है कि इसके लिए प्रयास तेज किए गए हैं और इंडस्ट्रियल सप्लाई को रोक कर अस्पतालों को आपूर्ति बढ़ाई गई है।
HC का सख्त रुख, उद्योग कर सकते हैं ऑक्सीजन का इंतजार, मरीज नहीं
इस बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने भी ऑक्सीजन के उत्पादन में इजाफा किया है और राज्यों को मुफ्त में ही सप्लाई की जा रही है। मध्य प्रदेश को भी रिलायंस की ओर से मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई की जा रही है। खासतौर पर दिल्ली और महाराष्ट्र में ऑक्सीजन का संकट गहरा गया है। बता दें कि मंगलवार को ही दिल्ली हाई कोर्ट ने ऑक्सीजन की सप्लाई को लेकर कड़ी टिप्पणी करते हुए सरकार से कहा था कि उद्योग धंधे इसके लिए इंतजार कर सकते हैं, लेकिन मरीज नहीं कर सकते।