दिल्ली एम्स की एक महिला नर्स को पालम इलाके से कार में अगवाकर तीन नकाबपोश बदमाशों ने बेहोश कर गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया है। पीड़िता का आरोप है कि कार में बेहोश कर गैंगरेप करने के बाद आरोपी उसे उत्तर प्रदेश के मंडोला इलाके में छोड़कर फरार हो गए। जब उसे होश आया तो वह कुछ दूर पर स्थित एक दुकान पर मदद के लिए पहुंची, तो वहां पर मौजूद दो लोगों ने भी उसके साथ जबरन गैंगरेप किया और उसके एक ट्रक में बंदकर फरार हो गए।
घटना के बाद ट्रक से किसी तरह से बाहर निकली महिला ने घटना की जानकारी उत्तर प्रदेश की पुलिस को दी और दिल्ली पुलिस से सम्पर्क किया। फिलहाल पालस गांव थाने की पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर अपहरण और गैंगरेप सहित संबंधित धाराओं में केस दर्ज कर लिया है और आगे की कार्रवाई कर रही है। पुलिस अधिकारी का कहना है कि महिला के बयानों में कई विरोधाभास सामने आएं, जिसको लेकर भी जांच की जा रही है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 32 वर्षीय पीड़िता दिल्ली के द्वारका सेक्टर-8 इलाके में रहती है और एम्स में नर्स के तौर पर नौकरी करती है। वह शादीशुदा है और उसके पति भी एम्स में ही काम करते हैं। महिला के मुताबिक घटना गत 13 अप्रैल दोपहर करीब 12.30 बजे के आसपास की है। इस दौरान वह अपने घर से एम्स जाने के निकली थी और पालम बस स्टैंड पर बस का इंतजार कर रही थी। दावा है कि तभी एक शख्स ने उसे जबरन अपनी कार के अंदर खींच लिया और उसे कार में दबोच लिया गया।
कार के अंदर से पहले से ही दो अन्य नकाबपोश लोग बैठे थे, जिसने उसे जबरन कुछ नशीला पदार्थ पिला दिया, जिससे वह बेहोश हो गई। बेहोशी की हालत में उसके साथ गैंगरेप किया गया। बाद में जब उसे होश आया तो उसने अपने आप को उत्तर प्रदेश के संकरौद गांव में आरोपियों के कब्जे में पाया। पीड़िता की मानें तो वह वॉशरूम जाने का बहाना बनाकर आरोपियों के चंगुल से भाग निकली और काफी दूर भागने के बाद उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद के मंडोला विहार इलाके में स्थित एक दुकान पर बैठे लड़के से मदद मांगी।
दुकानदार ने भी दोस्त के साथ की गैंगरेप
पीड़ित ने पुलिस को दिए बयान में बताया है कि उसने दुकान पर मौजूद लड़के से फोन लेकर अपने भाई को घटना बताई और अपने भाई को मौके पर बुलाया। पीड़िता के दावे के मुताबिक, दुकान पर मौजूद लड़के के जाने के बाद उसके चाचा और एक अन्य शख्स ने उसे जबरन अपनी दुकान के अंदर घसीट कर ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया। इतना ही नहीं लड़के के आरोपी चाचा ने रात के समय भी पीड़िता को एक ट्रक में अंदर ले जाकर उसके साथ रेप किया और बाद में ट्रक को बाहर से बंद कर वहां से फरार हो गया। बाद में काफी मुश्किल से पीड़िता किसी तरह से ट्रक से बाहर आई और उत्तर प्रदेश पुलिस से सम्पर्क किया। जिसके बाद पुलिस ने दिल्ली पुलिस से सम्पर्क कर मामले की जानकारी दी।