कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मच गया है। दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को बताया है कि कई अस्पतालों में महज कुछ ही घंटों की ऑक्सीजन बची हुई है। इसके लिए, केंद्र सरकार से केजरीवाल सरकार ने मदद मांगी है। वहीं, केंद्र सरकार ऑक्सीजन की सप्लाई को सुचारू करने की कोशिश कर रही है। दिल्ली के हेल्थ मिनिस्टर सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर बताया है कि दिल्ली के गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल में सिर्फ चार घंटों की ऑक्सीजन ही बची है।
सत्येंद्र जैन ने ट्वीट कर लिखा, ”जीटीबी अस्पताल में ऑक्सीजन की शॉर्टेज है। ऑक्सीजन चार घंटे से अधिक नहीं चलेगी। अस्पताल में 500 से ज्यादा कोरोना मरीज ऑक्सीजन पर हैं।” सर गंगाराम अस्पताल के डॉ. डीएस राणा ने बताया कि कोरोना के मामलों की वजह से तीन गुना ऑक्सीजन की जरूरत होने लगी है। उन्होंने कहा, ”हमें इस अस्पताल के लिए रोजाना 9000-10,000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है। अस्पताल में 500 से ज्यादा कोविड के बेड्स हैं। हमें ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर केंद्र और राज्य, दोनों की ओर से आश्वासन मिला है।
सर गंगाराम अस्पताल के चेयरमैन डॉ. राणा ने आगे कहा, ”ज्यादा मामलों की वजह से मेडिकल ऑक्सीजन की जरूरत तीन गुना बढ़ गई है। हमारे अस्पताल में भी ऑक्सीजन की शॉर्टेज है। हमें आज रात के लिए कम से कम 5000 क्यूबिक मीटर ऑक्सीजन की जरूरत है। इससे पहले, दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने भी कहा था कि कुछ ही घंटों की ऑक्सीजन बची हुई है। उन्होंने आज शाम ट्वीट कर बताया था, ”दिल्ली में अधिकतर अस्पतालों में केवल अगले 8 से 12 घंटे के लिए ही ऑक्सीजन उपलब्ध है। हम एक हफ्ते से दिल्ली को ऑक्सीजन सप्लाई कोटा बढ़ाने की मांग कर रहे हैं, जोकि केंद्र सरकार को करना है। अगर कल सुबह तक पर्याप्त मात्रा में अस्पतालों में ऑक्सीजन नहीं पहुंची तो हाहाकार मच जाएगा।