लखनऊ में लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक स्थित पुरानी इमरजेंसी में ऑक्सीजन न मिलने से वहां भर्ती तीन कोरोना संक्रमित मरीजों की मौत हो गई। शनिवार सुबह छह बजे के लगभग हुई मरीजों की मौत के बाद खफा तीमारदारों ने हंगामा किया। ऑक्सीजन खत्म होने से यहां भर्ती करीब 60 मरीजों की सांसें उखड़ने लगीं, जबकि अस्पताल के डॉक्टर कई दिनों से जिम्मेदार अधिकारियों से ऑक्सीजन के कमी की शिकायत कर रहे थे। ऑक्सीजन आपूर्ति करने वाली कंपनी को ऑक्सीजन सिलेंडर कम होने की जानकारी दी गई थी। इसके बावजूद कंपनी ने आपूर्ति नहीं की। तीन मरीजों की मौत के बाद संस्थान की ओर से कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।
लोहिया संस्थान के हॉस्पिटल ब्लॉक की इमरजेंसी में गंभीर मरीजों के लिए 54 बेड हैं। इनमें 10 बेड आईसीयू के हैं। शुक्रवार की रात इमरजेंसी से लेकर आईसीयू वॉर्ड कोरोना संक्रमितों से भरा हुआ था। कई मरीज होल्डिंग एरिया में स्ट्रेचर पर ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। शनिवार सुबह छह बजे अस्पताल ब्लॉक में ऑक्सीजन सिलेंडर खत्म होने से अफरा-तफरी मच गई। मरीजों की हालत बिगड़ने लगी। इसी दौरान वेंटिलेटर पर भर्ती तीन अति गंभीर मरीजों ने दम तोड़ दिया। इसके बाद सुपर स्पेशलिटी ब्लॉक से ऑक्सीजन सिलेंडर मंगवाए गए, तब जाकर अन्य मरीजों की जान बची।
अफसरों ने नहीं किया इंतजाम
लोहिया संस्थान में बाराबंकी की सारंग कंपनी ऑक्सीजन सिलेंडर की आपूर्ति करती है। शुक्रवार को कंपनी ने एक प्लांट फेल बताकर ऑक्सीजन आपूर्ति से हाथ खड़े कर दिए। लिहाजा अस्पताल में सिलेंडर नही आये। सिलेंडर कम होने के बावजूद जिम्मेदार अधिकारियों ने कहीं और से ऑक्सीजन नही मंगवाई।
ऑक्सीजन आपूर्ति कंपनी को पहले बताया गया था, फिर भी ऑक्सीजन की आपूर्ति नहीं की। मरीजों की मौत के मामले की जांच के आदेश दिए हैं। कंपनी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है