दुल्हिन बाजार के एनखा स्वजपुरा नहर रोड में शुक्रवार को स्वर्ण आभूषण विक्रेता सुंदर कुमार से अपराधियों ने लूटपाट की। इधर, लूट का शोर सुनकर ग्रामीण इकट्ठा हो गये और बाइक सवार तीन लुटेरों का पीछा कर उन्हें पकड़ लिया। भीड़ ने एक लुटेरे को पीट-पीटकर मार डाला जबकि दूसरा बुरी तरह से जख्ती है। लूट की वारदात दुल्हिनबाजार थाना इलाके में हुई। जबकि भीड़ ने लुटेरों को नौबतपुर थाना क्षेत्र में पकड़ा और वहीं पर पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी। मृतक लुटेरे की पहचान आदमपुर पिपलावां निवासी अमन कुमार के रूप में की गयी है। जबकि घायल लुटेरे का नाम देवानंद है। अमन के शव के पास से पुलिस ने एक देसी पिस्तौल व लूटे गये आभूषण बरामद किये हैं।
सुनसान इलाके में लुटेरों ने व्यवसायी पर किया हमला
हर रोज की तरह मोकिमपुर गांव से स्वर्णाभूषण बेच कर सुंदर कुमार वहां से निकलने लगे। इसी बीच हरपुरा व मोकिमपुर गांव के बीच सुनसान सड़क पर उसे एक बाइक पर सवार तीन युवक आते दिखे। तीनों युवकों ने एकाएक सुंदर को घेर लिया। इसके बाद अपराधियों ने उसके हाथ से आभूषण भरा बैग और छह हजार नकद रुपये छीन लिये। घटना को अंजाम देने के बाद लुटेरे भागने लगे। इसके तुरंत बाद सुंदर वापस गांव की ओर आया और शोर मचाने लगा। लूट का हल्ला सुनकर गांव वालों ने अपराधियों का पीछा करना शुरू किया।
अपराधियों ने भीड़ पर की फायरिंग
रास्ता खराब होने के कारण अपराधी वहीं पर फंस गये। वे भाग नहीं सके। खुद को भीड़ से घिरा देखकर अपराधियों ने देसी पिस्तौल से फायरिंग की। यह देख लोग और भी आक्रोशित हो गये। इस दौरान आदमपुर पिपलावां निवासी अमन कुमार और देवानंद भीड़ के हत्थे चढ़ गये। भीड़ ने कानून को हाथ में ले लिया और लुटेरों की बेरहमी से पिटाई करने लगी। आरोपित अमन की घटनास्थल पर ही मौत हो गई जबकि देवानंद जख्मी हो गया जिसका इलाज रेफरल अस्पताल नौबतपुर में किया गया। वहीं, शहर रामपुर का सौरव भीड़ के चंगुल से भाग निकला। जानकारी पाकर पुलिस घटनास्थल पहुंची और शव को लेकर थाने आयी। इसके बाद उसे पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया। दुल्हिनबाजार थानाध्यक्ष सुरेन्द्र कुमार ने बताया कि लूट की घटना को लेकर उनके थाने में केस दर्ज किया गया है।
पूर्व में भी जेल जा चुके थे तीनों लुटेरे
नौबतपुर थानेदार सम्राट दीपक ने बताया कि लूटपाट में शामिल तीनों अपराधी पूर्व में भी जेल जा चुके हैं। कुछ दिन पूर्व दाल मिल कारोबारी और सीमेंट विक्रेता से रंगदारी मांगने के मामले में लुटेरे जेल गये थे।