बीजेपी नेता राहुल सिन्हा ने चुनाव आयोग की ओर से लगाए गए दो दिन के प्रतिबंध के हटते ही एक बार फिर से विवादित बयान दे दिया है। गुरुवार को ही उन पर 48 घंटों का बैन खत्म हुआ था और इसके तुरंत बाद एक रैली में उन्होंने फिर से कूच बिहार फायरिंग को लेकर विवादित टिप्पणी कर दी। उत्तर 24 परगना में एक रैली को संबोधित करते हुए राहुल सिन्हा ने कहा, ‘यदि केंद्रीय बलों पर हमला हुआ तो वे फिर गोली चलाएंगे। यदि केंद्रीय बलों पर हमला होता है और लोगों को वोट डालने से रोक जाता है तो फिर केंद्रीय बलों को फायरिंग करनी चाहिए।’
राहुल सिन्हा ने कहा कि ऐसी स्थिति में केंद्रीय बलों को फायरिंग करनी चाहिए। इसमें यह मायने नहीं रखता है कि कौन मरता है और कौन नहीं। उन्होंने कहा कि केंद्रीय बलों का प्रमुख उद्देश्य यही होना चाहिए कि मतदान शांतिपूर्ण और हिंसा से मुक्त रहे। इससे पहले कूच बिहार हिंसा पर ही उन्होंने विवादित बयान दे दिया था, जिसके बाद आयोग ने उन पर मंगलवार दोपहर 12 बजे से गुरुवार 12 बजे तक के लिए 48 घंटों का बैन लगाया था। दरअसल 10 अप्रैल को पश्चिम बंगाल में चौथे राउंड की वोटिंग में कूच बिहार के सितालकुची में मतदान केंद्र के बाहर एक भीड़ ने केंद्रीय बल के जवानों पर हमला कर दिया था। इससे बचाव के लिए सीआईएसएफ की ओर से फायरिंग की थी, जिसके चलते 4 लोगों की मौत हो गई थी।
इस बीच टीएमसी ने राहुल सिन्हा के बयान पर हमला बोला है। टीएमसी नेता और प्रदेश के मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक ने कहा, ‘इस शख्स के लिए इंसान के जीवन की कोई कीमत और सम्मान नहीं है। वह बेकार की बातें करते हैं। वह जानते हैं कि हारने वाले हैं, इसलिए लोगों का ध्यान आकर्षित करने के लिए इस तरह की बातें करते हैं। हम टीएमसी से उनकी शिकायत करेंगे और मांग करेंगे कि एक बार फिर से उन्हें बैन किया जाए। हमारी मांग है कि 29 अप्रैल तक के लिए उन्हें बैन किया जाए, जब तक कि चुनाव नहीं निपटते हैं। वह पब्लिक के बीच बोलने के लायक नहीं हैं।’