राजधानी दिल्ली व एनसीआर क्षेत्र में इस बार सितंबर के महीने में ज्यादा बेहतर बरसात होने का अनुमान है। हालांकि, जुलाई और अगस्त में भी सामान्य बारिश होने की संभावना है। मौसम संबंधी पूर्वानुमान जताने वाली संस्था स्काईमेट के मुताबिक, इस बार देश भर में दक्षिण-पश्चिम मानसून सामान्य रहने की संभावना है।
संस्था ने मंगलवार को देश में 75 फीसदी तक वर्षा का योगदान देने वाले मानसून को लेकर पूर्वानुमान व्यक्त किए। संस्था का अनुमान है कि इस बार मानसून सामान्य रहेगा। जून से सितंबर महीने के दौरान वर्षा का दीर्घावधि औसत 103 प्रतिशत तक रहेगा। इस बार सामान्य मानसून रहने की 60 फीसदी संभावना है। जबकि, सामान्य से ज्यादा बारिश की 15 फीसदी संभावना है।
मौसम विज्ञानी महेश पालावत ने बताया कि दिल्ली में मानसून आगमन आमतौर पर जून के अंतिम सप्ताह में होता है। जबकि, अक्तूबर के पहले सप्ताह तक इसकी मौजूदगी बनी रह सकती है। इस बार दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में मानसून के समय से आने और अक्तूबर के शुरुआती हिस्से तक बने रहने के अनुमान है।
जबकि, पूरे उत्तर भारत में ही जुलाई और अगस्त की तुलना में सितंबर में ज्यादा अच्छी बरसात होने की संभावना है। पिछले वर्ष सितंबर और अक्तूबर के महीने में वर्षा सामान्य से खासी कम रह गई थी। इसके चलते लोगों को ज्यादा प्रदूषण का सामना भी करना पड़ा था। हालांकि, इस बार मानसून का पूरा सीजन अच्छा रहने की संभावना है।