हरियाणा पुलिस ने पिछले 17 साल से फरार चल रहे एक 25 हजार रुपये के इनामी और वॉन्टेड अपराधी को सोमवार को झारखंड से गिरफ्तार करने में कामयाबी पाई है। यह बदमाश 2004 में पैरोल पर जेल से बाहर आया था और फरार हो गया था।
यह बदमाश झारखंड में ढाबा चलाकर मुरथल के परांठे बेच रहा था। हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी की पहचान धर्मेंद्र उर्फ राजेश निवासी चटिया औलिया जिला सोनीपत के रूप में हुई है। वह लूट सहित कई आपराधिक मामलों में वॉन्टेड था। उसने अपने साथियों के साथ मिलकर साल 2000 में सोनीपत जिले में लूटपाट की घटना को अंजाम दिया था। इनामी बदमाश को स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) यूनिट ने काबू किया।
इस मामले में अदालत ने आरोपी मानते हुए 20 साल की जेल की सजा सुनाई थी। साल 2004 में पैरोल पर जेल से बाहर आने के बाद से फरार था। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह अपने ठिकाने भी बदल रहा था।
एसटीएफ इकाई ने पिछले साल दिसंबर में इसे काबू करने के लिए काम करना शुरू किया और गुप्त सूचना एकत्र की। इनामी बदमाश की लोकेशन के बारे में सूचना मिलने के बाद एक टीम झारखंड भेजी गई, जहां पता चला कि गिरफ्तार अपराधी पुलिस से बचने के लिए पहचान बदल कर रह रहा था। झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले में एक ढाबा चलाकर मुरथल के परांठे बेचने का काम कर रहा था। सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने उसे काबू कर लिया।