राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की विशेष अवकाश अदालत ने मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे के सहयोगी रियाज काजी को 16 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया है। बता दें कि एनआईए ने रविवार को ही सचिन वाझे के सहयोगी रहे पुलिस अधिकारी रियाज काजी को गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया था।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास एक एसयूवी में विस्फोटक सामग्री मिलने के मामले में यह गिरफ्तारी की गई। सहायक पुलिस निरीक्षक (एपीआई) काजी को एनआईए ने रविवार को एक बार फिर पूछताछ के लिए बुलाया था और बाद में गिरफ्तार कर लिया।
अंबानी के दक्षिण मुंबई स्थित आवास के पास 25 फरवरी को एसयूवी में विस्फोटक मिलने और ठाणे के कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में एनआईए ने पहले भी काजी से पूछताछ की थी। अधिकारी ने कहा कि काजी को पिछले महीने मुंबई क्राइम ब्रांच से निकाल दिया गया था।सीसीटीवी फुटेज ने खोले राज
इससे पहले एक सीसीटीवी फुटेज में काजी को यहां विखरोली इलाके में नंबर प्लेट की एक दुकान में घुसते हुए और दुकान के मालिक से बातचीत करते हुए देखा गया था। काजी को दुकान से एक डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर और एक कंप्यूटर ले जाते हुए भी देखा गया। अधिकारी ने कहा कि काजी को पड़ोस के ठाणे में वाझे के आवासीय परिसर से सीसीटीवी फुटेज लेते हुए भी देखा गया था।
फर्जी नंबर प्लेट हासिल कराने का संदेह
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसी को संदेह है कि काजी ने दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के पास मिली एसयूवी के लिए फर्जी नंबर प्लेट हासिल करने में वाजे की मदद की थी। बाद में हिरन पांच मार्च को ठाणे के एक क्रीक में मृत मिले थे। एनआईए ने वाझे को मामले की जांच के सिलसिले में 13 मार्च को गिरफ्तार किया था।