देशभर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ ही देश के अलग-अलग हिस्सों से वायरस से संक्रमित होने वाले मरीजों के जो आंकड़े सामने आ रहे हैं, वो काफी चिंताजनक हैं। वहीं देशभर में कोरोना का गढ़ बन चुके महाराष्ट्र और उसके कई शहरों के हालात भी बिगड़ते जा रहे हैं। इस बीच नागपुर में बीते 24 घंटे में कोरोना के 6,489 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 64 लोगों की इस खतरनाक वायरस से मौत हो गई है।
इसके अलावा कुल 2,175 मरीज इस बीमारी से ठीक भी हो चुके हैं। इसके साथ ही नागपुर में अब तक इस संक्रमित होने वालों की कुल संख्या 2,66,224 तक पहुंच गई हैं। वहीं जिले में फिलहाल कोरोना वायरस के 49,347 एक्टिव मरीज मौजूद हैं।इस बीच देश में कोरोना का गढ़ बन चुके महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से हर रोज 50 हजार से अधिक कोरोना मामले सामने आ रहे हैं। इसी क्रम में गुरूवार को भी महाराष्ट्र में कोरोना के 56,286 नए मामले दर्ज किए गए। साथ ही 36,130 मरीज इस बीमारी से ठीक भी हुए। वहीं 376 लोगों की इस खतरनाक वायरस से मौत भी हो गई। इसके साथ ही राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित होने वालों का आंकड़ा 32,29,547 तक पहुंच गया है। इसके आलावा राज्य में फिलहाल वायरस से संक्रमित कुल 5,21,317 एक्टिव मरीज मौजूद हैं।
महाराष्ट्र सरकार ने राज्य में सोमवार को आंशिक रूप से लॉकडाउन लगाया है। इसका असर यह है कि ट्रेनें और बृहन्मुंबई इलेक्ट्रिक सप्लाई और ट्रांसपोर्ट (BEST) की बसों में यात्रियों की संख्या कम हो गई हैं। आपको बता दें कि मध्य और पश्चिम रेलवे उपनगरीय नेटवर्क पर लोकल ट्रेनों से यात्रा करने वाले औसतन सात लाख यात्री कम हुए हैं। इसके अलावा मध्य रेलवे में लगभग तीन लाख और पश्चिमी रेलवे में चार लाख यात्री कम हुए हैं।
इससे पहले, मध्य रेलवे की लोकल ट्रेनों से करीब 22 लाख यात्रियों ने यात्रा की थी, जबकि वर्तमान में लगभग 19 लाख यात्री यात्रा कर रहे थे। पश्चिमी रेलवे करें तो 18 लाख यात्रियों की तुलना में 14 लाख ने यात्रा की है।
महाराष्ट्र सरकार द्वारा ब्रेक द चेन के नए चरण के तहत, सार्वजनिक परिवहन, बसों, ऑटो रिक्शा-टैक्सियों सहित फ्लाइट्स में 50 प्रतिशत तक की क्षमता के साथ सेवा जारी रखने की अनुमति है। बसों और बाहरी ट्रेनों में किसी यात्रियों को खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं है। सेंट्रल रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “लॉकडाउन की घोषणा के बाद लोकल ट्रेनों से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या में कमी आई है। लोग घर से काम कर रहे हैं जिसके परिणामस्वरूप यात्रियों की कमी हुई है।”
इस बीच गुरुवार को राज्य के मुंबई शहर के कई टीकाकरण केंद्रों से वैक्सीन के आउट ऑफ स्टॉक हो जाने की खबरें भी आई थीं। बृहन्मुंबई नगर निगम के अधिकारियों ने गुरुवार को बताया था कि शहर में 25 टीकाकरण केंद्र गुरुवार को टीकाकरण के लिए बंद हो गए और शुक्रवार दोपहर तक पूरे शहर के टीकाकरण केंद्रों के बंद हो जाने की संभावना है। फिलहाल बंद हुए 25 केंद्रों में सरकारी और प्राइवेट दोनों ही टीकाकरण केंद्र शामिल हैं, जिन्हें वैक्सीन की कमी की वजह से बंद करना पड़ा है।