पश्चिम बंगाल में तीन चरणों के मतदान हो चुके हैं, जबकि 5 चरणों में वोटिंग अभी बाकी है। सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने पूरी ताकत झोंक दी है। टीएमसी से सत्ता छीनने के लिए बीजेपी के प्रचार अभियान की कमान खुद पीएम मोदी ने संभाल रखी है तो ममता बनर्जी भी व्हीलचेयर से ही खेल को अपने पाले में रखने की कोशिश में जुटी हैं। पश्चिम बंगाल में दीदी के नाम से मशहूर ममता को पीएम मोदी जब अपनी रैलियों में खास अंदाज में दीदी ओ दीदी… कहकर पुकारते हैं, तो खूब तालियां बजती हैं। अब यही टीएमसी और ममता बनर्जी को नागवार गुजर रहा है।
तृणमूल कांग्रेस ने इसे ममता बनर्जी और पश्चिम बंगाल की महिलाओं का अपमान बताया है तो खुद मुख्यमंत्री ने कहा है कि पीएम मोदी उन्हें दीदी-दीदी कहकर चिढ़ा रहे हैं। ममता की हर बात को हथियार बना रहे पीएम मोदी ने मंगलवार को कूचबिहार की रैली में ‘आदरणीय दीदी’ कहकर मुख्यमंत्री से कई तीखे सवाल किए और कहा कि वह चुनाव हार रही हैं। पीएम मोदी ने कहा, ”आदरणीय दीदी, चुनावी नतीजों का अनुमान कैसे चलता है, आपका गुस्सा आपकी नाराजगी, आपाका व्यवहार, आपकी वाणी देखकर एक बच्चा भी बता सकता है कि दीदी टीएमसी…. आप चुनाव हार चुकी हैं।” पीएम मोदी जितनी बार भी धीमी आवाज में लंबा अलाप लेते हुए कहते दीदी ओ दीदी… लोग बेहद उत्साहित हो जाते हैं, तालियां बजने लकती हैं, पीएम मोदी जनता का मूड भांपते हुए बार बार इसका इस्तेमाल करते हैं। बीजेपी अब दीदी शब्द का इस्तेमाल भी उसी तरह करने लगी है जिस तरह उन्हें जय श्री राम के नारों से चिढ़ाने की कोशिश की जाती है।
आलम यह है कि अब ममता बनर्जी को भी यह नागवार गुजरने लगा है। ममता बनर्जी ने सोमवार को एक रैली में कहा कि उन्हें इस बात की परवाह नहीं है कि मोदी उन्हें दीदी… ओ… दीदी कहते हैं। ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि उन्हें जितना चिढ़ाया जाएगा वह उनके लिए अच्छा ही है। ममता बनर्जी ने कहा, ”वह हर दिन ऐसा करते हैं, मैं इसकी परवाह नहीं करती।”