रमजान के महीने में कोरोना के मद्देनजर सऊदी अरब सरकार ने मक्का आने वाले तीर्थयात्रियों के लिए कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं। सऊदी अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि इस बार मक्का में हज के लिए आने वाले तीर्थयात्रियों में सिर्फ उन लोगों को प्रवेश दिया जाएगा जो ‘इम्यूनाइज’ हैं। यानी वे कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं, या एक डोज कम से कम 14 दिन पहले ले चुके हैं, या फिर जो कोरोना के संक्रमण के बाद ठीक हो चुके हैं।
सऊदी अरब के हज और उम्रह मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि ‘इम्यूनाइज’ की कैटेगरी में आने वाले केवल ये लोग ही उम्रह करने के लिए और पवित्र शहर मक्का के ग्रैंड मस्जिद में नमाज अता करने के लिए प्रवेश के पात्र होंगे। बता दें कि उम्रह मक्का के लिए एक इस्लामी तीर्थयात्रा है, जिसे साल में किसी भी समय ‘हाजी’ बनने के लिए पूरा किया जा सकता है।
मंत्रालय ने कहा कि यह दिशा-निर्देश रमजान से शुरू होंगे, जो इस महीने के अंत में शुरू होने वाले है, लेकिन यह स्पष्ट नहीं है कि यह कब तक लागू रहेंगे। बता दें कि बीते साल कोरोना के ही कारण सऊदी अरब में रहने वाले 10 हजार मुस्लिम लोगों को ही हज में हिस्सा लेने की अनुमति मिली थी। हालांकि यह अभी साफ नहीं है कि क्या यह दिशा-निर्देश इस वर्ष के अंत में वार्षिक हज यात्रा के लिए के लिए भी लागु रहेंगे या नहीं।
गौरतलब है कि, सऊदी अरब में अभी तक कोविड-19 के 393,000 मामले सामने आए हैं और संक्रमण से 6,700 लोगों की मौत भी हुई है। यहां के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि उसने 3.4 करोड़ से अधिक आबादी वाले देश में 50 लाख से अधिक कोविड-19 वैक्सीन लगाई हैं।