कोरोना ने फिर से कोहराम मचाना शुरू कर दिया है। दिल्ली समेत पूरे देश में कोरोना के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं। राजधानी में पॉजिटिविटी रेट भी अब बढ़कर 4.11% हो गया है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने शनिवार को कहा कि हम देश में सबसे ज्यादा टेस्टिंग कर रहे हैं। हम ट्रेसिंग भी कर रहे हैं और जो पॉजिटिव पाए जा रहे हैं, उनके पूरे परिवार की टेस्टिंग की जा रही है।
जैन ने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में हम 5 गुना अधिक टेस्ट कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि किसी को भी घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और सभी जरूरी कदम उठा रही है। दिल्ली के अस्पतालों में 2/3 बेड अब भी खाली हैं और निजी अस्पतालों में बेड्स की संख्या 15% से बढ़ाकर 25% कर दी गई है।दिल्ली में अब तक 6.68 लाख लोग संक्रमित
बता दें कि, दिल्ली में शुक्रवार को कोविड-19 के 3594 नए मामले सामने आए थे जो इस वर्ष सर्वाधिक हैं। साथ ही संक्रमण से 14 और लोगों की मौत हो गई, जिससे मृतकों की कुल संख्या 11,050 हो चुकी है। स्वास्थ्य विभाग के एक हेल्थ बुलेटिन में बताया गया कि दिल्ली अब कुल संक्रमितों की संख्या 6,68,814 हो गई है, जबकि अभी तक 6.45 लाख से अधिक लोग ठीक हो चुके हैं। राजधानी में शुक्रवार को एक्टिव मरीजों की संख्या 11,994 पर पहुंच गई, जबकि एक दिन पहले यह संख्या 10,498 थी। पॉजिटिविटी रेट भी 4.11 प्रतिशत हो गया है, जबकि एक दिन पहले यह 3.57 था। दिल्ली में गुरुवार को को 2790 मामले आए, जबकि बुधवार को 1819 मामले दर्ज किए गए थे। बुधवार को संक्रमण की दर 2.71 फीसदी थी।
दिल्ली में कोरोना वायरस की चौथी लहर
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को कहा था कि दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की चौथी लहर चल रही है, लेकिन लॉकडाउन पर अब तक विचार नहीं किया गया है। उन्होंने केंद्र से राज्यों को बड़े स्तर पर टीकाकरण चलाने की अनुमति देने का भी अनुरोध किया। केजरीवाल ने कहा था कि भविष्य में लॉकडाउन लगाने की जरूरत हुई तो लोगों से विचार-विमर्श के बाद यह फैसला किया जाएगा। उन्होंने साथ ही कहा कि चौथी लहर की स्थिति पूर्व की तुलना में उतनी गंभीर नहीं है क्योंकि मौत के कम मामले आए हैं और अस्पताल में भर्ती कराने की भी कम जरूरत पड़ रही है।
हालांकि उन्होंने कहा कि यह चिंता की बात है क्योंकि कोविड-19 के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। सरकार स्थिति पर नजर रखे हुए है और सभी जरूरी कदम उठा रही है। उच्च स्तरीय बैठक के बाद केजरीवाल ने सुझाव दिया कि केंद्र को बड़े स्तर पर टीकाकारण का मार्ग प्रशस्त करने के लिए 45 साल से ज्यादा की उम्र की शर्तों को खत्म कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर केंद्र स्कूलों जैसे गैर स्वास्थ्य केंद्रों पर टीकाकरण की अनुमति देती है तो वायरस के प्रसार को रोकने के लिए युद्ध स्तर पर टीकाकरण हो सकता है। केजरीवाल ने वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लोगों से भी मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने और लगातार हाथ धोते रहने की भी अपील की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा स्थिति को देखते हुए हम लॉकडाउन लगाने पर विचार नहीं कर रहे हैं।