बिहार के नवादा नगर थाना क्षेत्र में 13 लोगों की संदिग्ध परिस्थिति में मौत होने से हड़कंप मच गया है। मृतकों के परिजनों ने पॉलिथीन वाली जहरीली शराब पीने से मौत होने की आशंका जताई है। हालांकि जिला प्रशासन और पुलिस इसे शराब पीने से हुई मौत मानने से इनकार कर रही है।
प्रशासन की ओर से मौत की अलग-अलग वजह बताई जा रही है। आधिकारिक तौर पर अब तक 10 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। नवादा में हुई 13 लोगों की संदिग्ध मौत की जांच को लेकर एक उच्च स्तरीय कमेटी गठित की गई है। इस जांच टीम में डीएम, एसपी और मद्य निषेध अधीक्षक शामिल हैं।
घटना में एक व्यक्ति की आंख की रोशनी चली गई है, जबकि गोंदापुर के सात लोगों का पटना के कई निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है। कई अन्य प्रभावितों का नवादा व नालंदा जिले के अस्पताल में इलाज कराए जाने की खबर है। इनमें से कई की स्थिति गंभीर बताई जा रही है।
मंगलवार रात गोंदापुर में जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत की चर्चा के बीच दोनों को सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित करने पर परिजन बिना पोस्टमार्टम करवाए बॉडी लेकर चले गए। रात में पुलिस द्वारा घटना की पुष्टि नहीं किए जाने के कारण मामले का खुलासा नहीं हो सका। सुबह मौत की संख्या में वृद्धि के बाद प्रशासन हरकत में आया और अधिकारी मौके पर पहुंचे, परंतु तब तक शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका था।
मृतकों के परिजनों से हुई पूछताछ
मामले की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन, पुलिस व मद्य निषेध विभाग के तमाम पदाधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे और मृतकों के परिजनों से पूछताछ की। वहीं कई मृतकों के परिजन घर छोड़कर भाग गए हैं। यही नहीं, अफसरों के पहुंचने से पूर्व परिजनों ने सभी मृतकों के शवों का दाह संस्कार कर दिया।
घटना में मारे गए दिनेश सिंह की पत्नी प्रियंका देवी ने बताया कि उनके पति बीमार नहीं थे। बाहर से पॉलिथीन वाली शराब पीकर आए थे और घर में उनकी मौत हो गई। वहीं, गोपाल कुमार के भाई चुनचुन कुमार ने बताया कि उसका भाई बाहर से शराब पीकर आया था। तबीयत बिगड़ने पर उसे डॉक्टर के पास लेकर गए, जहां उसकी मौत हो गई।