बिहार के गया में होली के मौके पर हुए हादसे में तीन बच्चों की मौत हो गयी। बोधगया में रविवार की रात होलिका दहन के बाद लुकवारी फेंकने के दौरान आग में झुलसने से तीन बच्चों की मौत हो गई। हादसा पहाड़ी पर झाड़ियों में आग लग जाने से हुआ। घटना के बाद परिवार में मातम छा गया।
जानकारी के अनुसार बोधगया थाना क्षेत्र में मनकोसी गांव के राहुल नगर टोला में रविवार की रात होलिका दहन के बाद लुकबारी फेंकने गए बच्चों की टोली आग की चपेट में आ गई। जिसमें चार बच्चे बुरी तरह आग से झुलस गए। इसमें तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी। एक गंभीर रूप से घायल है। घटना से होली की खुशी मातम में बदल गई।
मृतकों में कलेश्वर मांझी का 12 वर्षीय पुत्र रोहित कुमार, बाबूलाल मांझी का 13 वर्षीय पुत्र नंदलाल मांझी व पिंटू मांझी का 12 वर्षीय उपेन्द्र कुमार शामिल हैं। वहीं मोराटाल पंचायत की उपमुखिया गीता देवी का 12 वर्षीय पुत्र रितेश कुमार जख्मी हालत में इलाजरत है। ग्रामीणों ने बताया कि होलिका दहन के बाद बच्चे लुकबारी लेकर गांव के सामने वाली पहाड़ी पर गये थे। बच्चे पहाड़ी पर काफी आगे चले गए। इसी बीच किसी और बच्चे ने पहाड़ी पर झाड़ीनुमा सिरकी में लुकबारी फेंक दिया। जिस कारण पूरी झाड़ी में आग लग गयी।
आग की तेज लपटें जब बच्चों ने देखी तो दूसरा रास्ता नहीं होने के कारण ऊपर पहाड़ी के तरफ गये। चारों बच्चे आग के लपटों के बीच से निकलकर भागने की कोशिश की। लेकिन सभी आग में फंस गए। इनमें अधिक झुलसे तीन बच्चों की मौके पर ही मौत हो गयी और चौथा बच्चा इलाजरत है।
इधर, घटना के बाद सोमवार की सुबह तीनों मृतकों के परिजनों ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया है। किसी भी परिजन ने अबतक किसी के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत नहीं दर्ज करायी है। बोधगया थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर मितेश कुमार ने मामले की पुष्टि है।