कांग्रेस ने कोरेाना, कुंभ और किसानों के मुद्दे पर सरकार पर सवाल उठाए हैं। रविवार को राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकारें जनता की उम्मीदों पर पूरी तरह से विफल साबित हुई हैं। भाजपा का चाल-चरित्र-चेहरा जनता के सामने बेनकाब हो चुका है। अब जनता को वर्ष 2022 के विधानसभा चुनाव का इंतजार है, जिसमें भाजपा की सत्ता से विदाई तय की जा सके।
1.कोरोना: कोरेाना के नियंत्रण में सरकार पूरी तरह विफल रही। कोरोना की रोकथाम के लिए तय गाइड लाइन को सत्ता पक्ष राजनीतिक रैलियों, सभाओं के जरिए लगातार तार तार करता आ रहा है। जबकि विपक्ष ने जब जब जनता की आवाज उठाई तो तत्काल ही महामारी एक्ट में मुकदमे दर्ज करवा दिए गए। सरकार की लचर नीतियों के कारण एक बार फिर से कोराना सिर उठाने लगा है।
2.कुंभ: कुंभ को लेकर न केंद्र सरकार ही गंभीर है और राज्य सरकार तो बला टालने के अंदाज में है। केंद्र सरकार ने इस साल कुंभ के बजट में भारी कटौती की है। तो राज्य ने इसकी अवधि घटा दी। कांग्रेस सरकार में देवप्रयाग तक के क्षेत्र को कुंभ में शामिल करते हुए विकास कार्य कराए थे। यहां कुंभ से ज्यादा चिंता पैसा ठिकाने लगाने की है। भ्रष्टाचार को भाजपा के नेता खुद स्वीकार कर चुके हैं।
3.किसान: किसानों के साथ लगातार विश्वासघात किया जा रहा है। अब देखिए गेहूं के लिए पहले सरकार के मंत्री प्रति कुंतल 20 रुपये बोनस की घोषणा करते हैं। जब खरीद नीति जारी होती है तो उसमें लिखा जाता है कि बोनस तो केवल प्रस्तावित है। जब मंजूर होगा तब अलग से दिया जाएगा। यह किसान से छल नहीं तो क्या है? चुनावी वादे के बावजूद किसानों के कर्ज तक माफ नहीं किए गए।