स्पेशल 26 फिल्म से प्रेरित होकर एक महिला और उसके साथियों ने एक डॉक्टर के घर में लूट की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने इस मामले में महिला सहित तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों में बिट्टू (32), सुरेंद्र (35) और विभा (35) शामिल है। पुलिस ने इनके पास से 36 लाख रुपए से ज्यादा नगदी, पांच लाख की ज्वैलरी, 3852 यूएस डॉलर और चार सौ पाउंड जब्त किए हैं।
आरोपियों ने खुद को सीबीआई अधिकारी बताकर इस वारदात को अंजाम दिया था, जिन्होंने बकायदा फर्जी पहचान पत्र भी पीड़ित परिवार को दिखाए थे। पुलिस उपायुक्त उषा रंगनानी ने बताया 26 मार्च को मौर्या एंक्लेव थाने का स्टाफ सुभाष प्लेस थाने पहुंचा था, जिन्होंने इन तीनों आरोपियों को पुलिस के हवाले किया। पुलिस स्टाफ के साथ शिकायतकर्ता थे।
पीड़ित प्रिंयक अग्रवाल ने पुलिस को बताया वह कोहाट एंक्लेव पीतमपुरा में रहते हैं। शाम छह बजे वह अपने पिता और ड्राइवर के साथ क्लीनिक से घर पहुंचे, तभी एक महिला समेत चार लोग जबरन घर में घुस आए। उन्होंने खुद की पहचान सीबीआई अधिकारी के तौर पर दी और उनके मोबाइल कब्जे में ले लिए।
इसके बाद वे घर में काला धन होने का हवाला देकर तलाशी लेने लगे। उन्होंने घर में रखा सारा कैश और ज्वेलरी ले ली। जिसके बाद उन्होंने ड्राइवर तिलक राज से क्लीनिक चलने के लिए कहा। ड्राइवर जब उन्हें क्लीनिक लेकर जा रहा था, इस दौरान वह मौर्या एंक्लेव थाने के पास पहुंचा तभी उसने पुलिस को देखकर शोर मचा दिया।
इसके बाद आरोपियों ने कार से भागने की कोशिश की तभी वहां आई पुलिस ने इन सभी को काबू में कर लिया। इनके पास से ज्वेलरी, कैश भी बरामद हो गया। इसके बाद पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ सुभाष प्लेस थाने में मुकदमा दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया। अब इस केस में उनके दो अन्य साथी अमित और पवन की पुलिस को तलाश है।
आरोपियों ने पूछताछ में बताया फरार आरोपी अमित ने बिट्टू और उसके रिश्तेदार पवन से साथ में इस काम को करने के लिए कहा था। सुबह सात बजे बिट्टू और अमित पानीपत से सफद रंग की कार से चले थे। रास्ते में भहालगढ चौक पर इन्होंने सुरेन्द्र को उठाया। जिसके बाद नरेला से विभा को।
विभा बिट्टू की जानकार है। ये सभी पीतमपुरा मेट्रो स्टेशन एकत्रित हुए जहां पवन भी पहुंच गया। एक पार्क में प्लानिंग कर शाम छह बजे ये सभी डॉक्टर के घर पहुंच गए थे। बिट्टू ने खुद को सीबीआई इंस्पेक्टर विरेंद्र बताया था। कैश और ज्वेलरी घर से समेट ये डॉक्टर के ड्राइवर संग क्लीनिक पर जा रहे थे, तभी पुलिस ने इन सभी को पकड़ लिया। फरार दो आरोपी पवन और अमित इको गाड़ी में सवार थे, इसलिए दोनों भागने में कामयाब हो गए।