चलती ट्रेन में महिला के साथ छेड़छाड़ करना, भद्दे कमेन्ट करना और मुंह पर सिगरेट का धुआं छोड़ना बिहार के कुछ युवकों को भारी पड़ गया। बता दें कि मामला मध्य प्रदेश के कटनी का है, जहां संघमित्रा एक्सप्रेस में बेंगलुरु से कटनी आ रही एक महिला के साथ बिहार के कुछ सहयात्री युवकों ने छेडछाड कर दी। हालाँकि महिला तो पहले डरी-सहमी बैठी रही लेकिन बाद में उसने ट्रेन में बैठे-बैठे ही इस बात की सूचना अपने परिजनों को दे दी। इसके बाद ट्रेन जैसे ही कटनी स्टेशन पहुंची। महिला के परिजनों ने युवकों को उतारकर जमकर पीटा।
जानकारी के अनुसार, घटना 20 मार्च की है लेकिन मामला कल शाम को सामने आया है। जब महिला ने घटना के चार दिन बाद जीआरपी थाने में शिकायत देने पहुंची थी। उसने शिकायत में बताया कि वह संघमित्रा एक्सप्रेस में डी-1 कोच में बैठी हुई थी, इसी दौरान उसके साथ सफ़र कर रहे बिहार के कुछ युवक उसके साथ अभद्रता करने लगे। बात तब आगे बढ़ गई जब ट्रेन के सिकंदराबाद पहुंचने पर युवकों ने भद्दे कमेंट करने शुरू कर दिए और साथ ही छेड़छाड़ भी करने लगे। युवती ने बताया कि उस वक़्त वह इतना डर गयी थी कि युवक उसके मुंह पर सिगरेट का धुआं छोड़कर जा रहे थे और वह मूर्ति बनकर बैठी रही।
युवती ने बताया कि इसके बाद उसने अपने पति को इस बारे में बताया तो उन्होंने कहा कि रेलवे की हेल्पलाइन पर शिकायत करो। ऐसे में मैंने टोल-फ्री नंबर 182 पर कॉल किया और घटना की जानकारी दी। जब ट्रेन विजयवाड़ा पहुंची तो कुछ आरपीएफ जवान वहां पहुंचे और युवकों को समझा कर चले गए। लेकिन ट्रेन छूटते ही वे युवक को फिर से परेशान करने लगे। इसके बाद अगले दिन 21 मार्च को जब ट्रेन कटनी स्टेशन पहुंची तो यहां युवती के परिजन स्टेशन पर पर पहले से ही मौजूद थे। फिर क्या था युवती के परिजन और उनके पहचान के कुछ युवकों ने छेड़छाड़ करने वाले युवकों को ट्रेन से उतारकर जमकर पीटा। लेकिन इस मामले में चौंकाने की बात तो यह है कि न तो इस झगड़े और मारपीट की सूचना आरपीएफ के पास है और न ही जीआरपी के पास। जब युवती ने घटना के चार दिन बाद इस बात की शिकायत की तब जाकर कहीं मामला सामने आया।
इस प्रकरण पर जीआरपी के DSP लोकेश मार्को ने बताया कि, युवती की शिकायत के मुताबिक घटना 20 मार्च की है, जिसकी जानकारी 24 मार्च को दी गई है। ऐसे में मामला दर्ज कर जांच की जा रही है।