मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मंगलवार सुबह एक ऑटो रिक्शा और तेज रफ्तार बस के बीच टक्कर होने से 13 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 12 महिलाएं और एक पुरुष शामिल हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे पर दुख व्यक्त करते हुए मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना प्रकट की है। वहीं प्रदेश के परिवहन मंत्री ने गोविंद सिंह राजपूत ने घटना की जांच के आदेश दिये हैं। मोदी ने ट्वीट किया, ”मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हुई सड़क दुर्घटना से अत्यंत दुख पहुंचा है। मृतकों के परिजनों के प्रति मैं संवेदना प्रकट करता हूं, साथ ही घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
इस बीच, मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रदेश के परिवहन मंत्री राजपूत ने घटना की जांच आदेश दिए और कहा कि प्रदेश के परिवहन आयुक्त मुकेश जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं और पूछताछ कर रहे हैं। राजपूत ने कहा, ”प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि ग्वालियर-मुरैना रोड पर जलालपुर गांव के पास आज सुबह एक दूधवाले को बचाने के प्रयास में बस की टक्कर ऑटो रिक्शा से हो गई। उन्होंने बताया कि बस के पास 2022 तक फिटनेस प्रमाणपत्र, बीमा 3 अगस्त 2021 और परमिट 2026 तक का था।
अधिकारियों के निलंबन के अफवाहों के बीच प्रदेश के परिवहन आयुक्त ने ‘पीटीआई/भाषा को बताया कि ग्वालियर के क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) को इस मामले में निलंबित नहीं किया गया है। घटना की जांच की जा रही है और जब तक जांच रिपोर्ट नहीं आ जाती तब तक किसी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जायेगी। इससे पहले ग्वालियर से एक खबर में कहा गया था कि प्रदेश सरकार ने ग्वालियर के आरटीओ एमपीएस चौहान को निलंबित कर दिया है।
राजपूत ने बताया कि बस ग्वालियर से वाया मुरैना दिल्ली जा रही थी जब सुबह पांच बजे बस ऑटो रिक्शा से टकरा गई। पीड़ितों को एक आंगनवाड़ी में खाना बनाने के बाद दो ऑटो रिक्शा में वापस आना था लेकिन एक ऑटो रिक्शा के खराब हो जाने से वे सभी एक ही ऑटो रिक्शा से वापस अपने घर की ओर लौट रहे थे। तब यह हादसा हुआ। उन्होंने बताया कि हादसे में 12 महिलाओं और ऑटो रिक्शा के चालक सहित 13 लोगों की मौत हो गई। कलेक्टर कौशलेन्द्र विक्रम सिंह ने बताया कि हादसा सुबह करीब 5.30 बजे तब हुआ जब पुरानी छावनी के स्टोन पार्क क्षेत्र (गंगा मालनपुर) स्थित एक आंगनवाड़ी केन्द्र में खाना बनाने वाली महिलाएं काम के बाद अपने घर लौट रही थीं।
ग्वालियर के जिला पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने बताया कि मंगलवार सुबह आंगनबाड़ी केन्द्र में खाना बनाने वाली 12 महिलाएं काम करने के बाद एक ऑटो रिक्शा से घर लौट रही थीं, तभी सुबह शहर के पुरानी छावनी इलाके में एक बस ने सामने से ऑटो रिक्शा को टक्कर मार दी। उन्होंने बताया कि हादसे में नौ महिलाओं और ऑटो चालक (पुरुष) की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। तीन घायल महिलाओं को अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उपचार के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि बस ग्वालियर से वाया मुरैना, दिल्ली जा रही थी। बस में यात्रा कर रहे यात्री बच गये जबकि बस चालक हादसे के बाद बस छोड़कर वहां से भाग गया। पुलिस ने बस को जब्त कर लिया है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक व्यक्त करते हुए प्रत्येक मृतक के परिजन को चार-चार लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की है। वहीं, भाजपा के राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया और प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष कमलनाथ ने मृतकों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त की है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पंकज पांडे ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त रचना राठौर (34), सरिता राठौर (37), अनीता (37), आशा राठौर (45), राजेन्द्री (40), उषा जाटव (37), उषा (45), माया देवी (65), हरबोबाई (65), मुन्नी पाल (55), गुड्डी (40), लक्ष्मी (27) और ऑटो रिक्शा चालक धमेन्द्र परिहार (35) के तौर पर हुई है।