उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में तीन दशकों से चली आ रहीं खूनी रंजिश में बदमाशों ने खेतों से घर लौट रहे परिवार पर फिल्मी स्टाइल में ताबड़तोड़ फायरिंग की। वारदात में एक युवक की मौत हो गई, जबकि तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को उपचार के लिए नोएडा भेजा गया। घटना को लेकर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। मौके पर एडीजी, आईजी ने पहुंचकर घटना की जानकारी ली। घायलों में एक गनर भी शामिल है।
बुलंदशहर के गांव धनोरा निवासी धर्मपाल रविवार को इनोवा कार से पशुओं को चारा लेकर पत्नी रविंद्री तथा बेटा संदीप, सुरक्षा गार्ड पुष्पेन्द्र के साथ खेतों से घर लौट रहा था। कार उसका दूसरा बेटा जीतू उर्फ जितेंद्र चला रहा था। जैसे ही कार गांव में घर जाने वाली गली के मोड़ पर पहुंची, तभी घात लगाए बैठे दो बाइकों और एक कार सवार बदमाशों ने धर्मपाल की कार पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। वारदात में कार सवार धर्मपाल को दो गोली, संदीप को सिर में, सुरक्षा गार्ड पुष्पेन्द्र को पेट में और बाजू तथा वहां से गुजर रहे गांव निवासी पवन पुत्र इंदर को गोली लगीं।
बदमाशों ने करीब 40 राउंड फायरिंग की और मौके से फरार हो गये। घायलों को आनन-फानन में पहले बुलंदशहर तथा बाद में गंभीर हालत में नोएडा भेजा गया, जहां उपचार के दौरान संदीप (28वर्ष) की मौत हो गई। मौके पर फॉरेंसिक टीम और पुलिस ने पहुंचकर साक्ष्य जुटाए। एतिहातन के तौर पर गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात किया गया है।
गांव धनोरा में हुए हमले की घटना के पीछे दो पक्षों में चली आ रही रंजिश सामने आई है। घटना में युवक संदीप की मौत हो गयी है। मामले की गहनता से जांच की जा रही है। मामले को लेकर चार टीमें बनाई गई हैं, दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। –