दिल्ली से सटे साहिबाबाद साइट-4 औद्योगिक क्षेत्र की ईफर सर्जिमेड फैक्ट्री में 11 मार्च की रात लगी भीषण आग में झुलसे तीन और कर्मचारियों ने गुरुवार को इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। इस अग्निकांड में अब मृतकों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। मृतकों में फैक्ट्री मालिक कुणाल बहल भी शामिल है। एक शव का गुरुवार को ही हिंडन पर अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि दो अन्य कर्मचारियों के शव उनके परिजन अपने साथ ले गए।
दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में 11 मार्च की देर रात से भर्ती असम के रहने वाले रकीबुल, नेपाल के रहने वाले सुशील और नेपाल के ही रहने वाले विवेक की बुधवार देर रात इलाज के दौरान मौत हो गई। सभी शव गुरुवार सुबह पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए। बाकी अन्य घायलों सैफुल, राशिद, सद्दाम, जावेद और अरविंद तिवारी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
माता-पिता की इकलौती संतान था रकीबुल
रकीबुल के बहनोई अफजल निवासी मसूरी ने बताया कि रकीबुल, सैफुल, राशिद तीनों उनके साले हैं और सद्दाम उनका भतीजा है। सभी महाराजपुर में किराये के कमरे में रहकर नौकरी करते थे। उन्होंने बताया कि रकीबुल अपने माता-पिता की इकलौती संतान था। रकीबुल छह महीने पहले ही गाजियाबाद नौकरी करने के लिए आया था। उन्होंने बताया कि गुरुवार सुबह रकीबुल का शव उसकी मौसी का लड़का जाहिद आलम हवाई जहाज से असम लेकर गया है। विवेक मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था। वह एक भाई और एक बहन थे। बड़ी बहन की शादी राज सिंह से हुई थी। राज ने बताया कि दो से तीन माह पहले ही विवेक यहां पर नौकरी करने के लिए महाराजपुर उनके पास आया था। गुरुवार दोपहर सड़क के रास्ते एम्बुलेंस से शव लेकर नेपाल के लिए रवाना हो गए।
लिंक रोड थाना प्रभारी रण सिंह के मुताबिक, विवेक, रकीबुल और सुशील के शव पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए गए हैं। हिंडन श्मशान घाट पर गुरुवार को ही सुशील के शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया, जबकि विवेक का शव परिजन नेपाल ले गए और रकीबुल का शव परिजन अपने साथ ले गए हैं।
फैक्ट्री मालिक समेत सात लोगों की हो चुकी है मौत
साहिबाबाद साइट-4 स्थित पीपीई किट समेत अन्य सर्जिकल उत्पाद बनाने वाली फैक्ट्री ईफर सर्जिमेड में 11 मार्च की रात केमिकल के ड्रमों में धमाके के बाद लगी भीषण आग में फैक्ट्री मालिक कुणाल बहल समेत 13 कर्मचारी झुलस गए थे। इलाज के दौरान 12 मार्च को कुणाल बहल की मौत हो गई थी। इस हादसे के समय फैक्ट्री में करीब 40 कर्मचारी मौजूद थे, जिनमें से 14 कर्मचारी ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद थे, जबकि फर्स्ट फ्लोर पर मौजूद कर्मचारियों ने किसी तरह बालकनी के जरिये दूसरी फैक्ट्री से उतरकर जान बचाई। ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद कर्मचारी झुलस गए थे। इलाज के दौरान ही मैक्स अस्पताल में भर्ती कर्मचारी मोहित की 16 मार्च को मौत हो गई थी, जबकि इसी दिन विश्वनाथ और ट्विंकल ने भी दम तोड़ दिया था।