Ayurvedic Home Remedies: तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी में आज हर दूसरा व्यक्ति अपच, गैस और एसिडिटी जैसी परेशानियों का सामना कर रहा है। दरअसल, ये सभी समस्याएं व्यक्ति के देर से भोजन करने , खाने के तुरंत बाद पानी पी लेने या फिर जरूरत से ज्यादा मात्रा में भोजन करने के बाद उत्पन्न होती हैं। पेट का एसिड जब पाचन तंत्र की सतह पर आ जाता है तो व्यक्ति को बदहजमी जैसी समस्याएं उत्पन्न होने लगती हैं। पेट संबंधी इन समस्याओं से राहत पाने के लिए कई लोग घरेलू नुस्खों का सहारा लेते हैं। लेकिन हर नुस्खा कारगर नहीं होता। ऐसे में डायटीशियन लवलीन कौर ने सोशल मीडिया पर शेयर कर बताया कब्ज और पेट से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने का ये शानदार घरेलू नुस्खा।
घर पर बना ये खास चूर्ण करेगा पाचन से जुड़ी हर समस्या को दूर-
यह आयुर्वेदिक चूरन व्यक्ति के पेट से जुड़ी सभी तरह की पाचन सबंधी समस्याओं को दूर करके पाचनतंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
आयुर्वेदिक चूर्ण बनाने के लिए सामग्री-
– एलोवरा(जरूरत के आकार का एक पत्ता)
-दो चम्मच अजवाइन
-एक मीडियम साइज का नींबू
-एक चम्मच काला नमक
आयुर्वेदिक चूर्ण बनाने की विधि-
आयुर्वेदिक चूर्णबनाने के लिए सबसे पहले अजवाइन को अच्छी तरह से धोकर इसे दो से तीन दिनों तक सूखने के लिए धूप में रख दे।अजवाइन के दानों को थोड़ा दूर-दूर फैलाकर रखें, जिससे उनमें पूरी तरह से धूप लग सके। एलोवेरा को भी इसी प्रकार से अच्छे से धोकर उसके पत्ते में लगे नुकेलेदार कांटों को चाकू से साफ करके सूखने के लिए छोड़ दें। अब इसकी पत्ती को 4 हिस्सों में काट लें। ध्यान रहे कि एलोवेरा में मौजूद जेल या रस को निचोड़ने की कोई आवश्यकता नहीं है। अब एक मीडियम साइज का नींबू लेकर उसे काटकर उसमें मौजूद सभी बीजों को निकालकर फेंक दे। ध्यान रहे कि नींबू को बिलकुल नहीं निचोड़ना है। इन सभी चीजों को एक बर्तन में लेकर उसे सूखने के लिए छोड़ दें। इसके बाद काला नमक छोड़कर नींबू सहित बाकी सभी चीजों को ग्राइंडर में अच्छे से पीसकर उसका पाउडर बना लें। अब उसके उपर से एक चम्मच काला नमक डालकर उसे अच्छे से मिला दें। अब आपका होममेड पाउडर तैयार है, परेशानी होने पर इसका इस्तेमाल करें।
किन लोगों को नहीं करना चाहिए इस चूर्ण का सेवन-
-जिन लोगों को एलोवेरा से एलर्जी है उन्हें इसका सेवन नहीं करना चाहिए।
-गर्भवती महिलाओं को भी इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
-उच्च रक्तचाप के रोगियों को इसके सेवन से बचना चाहिए।
-छह साल से नीचे के बच्चों के लिए इसका सेवन नुकसानदायक साबित हो सकता