महाराष्ट्र में पिछले कुछ दिनों से कोरोना वायरस के रिकॉर्ड मामले दर्ज किए जा रहे हैं। इस बीच, हेल्थ मिनिस्टर राजेश टोपे ने सोमवार को चेतावनी दी है कि जिन जिलों में कोरोना वायरस के ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं, वहां अगर हालात नहीं सुधरे तो फिर लॉकडाउन लगाया जाएगा। महाराष्ट्र देश में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित होने वाले राज्यों में सबसे टॉप पर है। यहां पर रविवार को 16,620 कोरोना के मामले सामने आए थे, जिसके बाद कुल संख्या 23,14,413 हो गई थी। अक्टूबर के बाद यह पहली बार था, जब महाराष्ट्र में एक दिन में 16 हजार से ज्यादा मामले सामने आए हों।
महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बताया, ”कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। अगर हालात और खराब होते हैं तो फिर उन जिलों में लॉकडाउन का ऐलान किया जाएगा, जहां पर कोरोना के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं।” टोपे ने यह भी बताया कि कोविड नियमों को नहीं मानने की वजह से सिर्फ मुंबई में ही 20 लाख लोगों पर जुर्माना लगाया जा चुका है।
राज्य के कोरोना की स्थिति देखते हुए उद्धव सरकार ने कई जगह सख्त पाबंदियां लागू की हैं। राज्य सरकार ने नागपुर में 15 मार्च से 21 मार्च तक का एक हफ्ते का लॉकडाउन लगाया है। जिला प्रशासन के मुताबिक, सड़कों पर लोगों को अनावश्यक आवाजाही की अनुमति नहीं होगी।
कुमार ने बताया कि शहर में 99 जांच केंद्र और सीमा पर आठ ऐसे केंद्र हैं। उनके अनुसार इसके अलावा, 99 गश्ती वाहन, राज्य रिजर्व पुलिस बल (एसआरपीएफ) की दो कंपनियां, दंगा नियंत्रण पुलिस की छह प्लाटून और होमगार्ड के 500 जवान लॉकडाउन के उपयुक्त क्रियान्वयन के लिए लगाये गए हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स ने चेतावनी दी है कि अप्रैल तक महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले बढ़ेंगे। हालांकि, सितंबर 2020 में जो स्थिति थी, वैसी नहीं होगी।
बता दें कि महाराष्ट्र में रविवार को 16,620 नए कोविड -19 मामले सामने आए हैं। यह इस साल का एक दिन का सबसे अधिक आंकड़ा है। इसने कुल केस को 23,14,413 तक पहुंचा दिया है, जबकि 50 मौतों के बाद मरने वालों की कुल संख्या 52,861 हो गई है। पिछले दो दिनों में, राज्य की दैनिक मामले की गिनती 15,000 से ऊपर थी, जो कि रविवार को 16,000 पार कर गई।