पाकिस्तान की जनता को प्रधानमंत्री इमरान खान से काफी उम्मीदें थीं, लेकिन वे खरा नहीं उतर पाए। नया पाकिस्तान बनाने का दावा कर सत्ता में आए इमरान ने अपने मुल्क की स्थिति पहले के मुकाबले भी और अधिक खराब कर दी। पाकिस्तान दिन पर दिन कर्ज के बोझ तले दबा जा रहा है, जिसकी वजह से उसका दोस्त चीन उस पर हावी होने लगा है। अब एक रिपोर्ट सामने आई है, जिसमें यह पता चला है कि पाकिस्तान गरीबी, कर्ज के बोझ तले दबने के बावजूद अपने घर में हथियारों का जखीरा इकट्ठा कर रहा है। पाकिस्तान उन देशों में शामिल है, जिन्होंने लगातार हथियारों को दूसरे देशों से इम्पोर्ट किया है।
स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआईपीआरआई) ने सोमवार को एक रिपोर्ट में कहा कि भारत, ऑस्ट्रेलिया, चीन, दक्षिण कोरिया जैसे देशों के अलावा उन देशों में पाकिस्तान भी शामिल था, जिन्होंने साल 2016-20 में 42 फीसदी हथियार खरीदे। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि दुनिया के सबसे बड़े एक्सपोर्टर्स अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी हैं, जिनकी डिलिवरी में और अधिक बढ़ोतरी हुई है। हालांकि, रूस और चीन को नुकसान हुआ है। साल 2016-20 की अवधि में रूस और चीन के हथियारों की डिलिवरी फ्लैट रही है, जबकि पहले के दशकों में इसमें बढ़ोतरी होती थी।
SIPRI ने कहा कि 2001-2005 के बाद यह पहली बार था कि इन देशों के बीच प्रमुख हथियारों की डिलिवरी की मात्रा पिछले पांच साल की अवधि से नहीं बढ़ी। जहां महामारी ने दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं को नुकसान पहुंचाया है और कई देशों को गहरी मंदी में धकेल दिया है। एसआईपीआरआई ने कहा कि अभी यह बताना जल्दबाजी होगी कि क्या हथियारों की आपूर्ति में मंदी जारी रहने की संभावना है या नहीं।
एसआईपीआरआई आर्म्स एंड मिलिट्री एक्सपेंडिचर प्रोग्राम के वरिष्ठ शोधकर्ता पीटर वीजमैन ने एक बयान में कहा, “कोरोना महामारी का आर्थिक प्रभाव आने वाले सालों में कुछ देशों को अपने हथियारों के इम्पोर्ट को आश्वस्त कर सकता है।” उदाहरण के तौर पर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) ने हाल ही में अमेरिका के साथ 23 बिलियन डॉलर पैकेज के हिस्से के रूप में 50 एफ -35 जेट और 18 सशस्त्र ड्रोन खरीदने के लिए समझौता किया।
मिडल ईस्ट देशों में साल 2011-15 से 2016-20 तक 25 फीसदी का हथियार इम्पोर्ट करने के मामले में उछाल देखा गया। दुनिया के सबसे बड़े हथियार आयातक सऊदी अरब ने अपने हथियारों के इम्पोर्ट में 61% और कतर में 361% की वृद्धि की।