यूरोप के कई देशों में कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चिंता बढ़ गई है। कोरोना रोधी टीका आने के बावजूद पांच यूरोपीय देशों में लॉकडाउन और नए प्रतिबंधों को लागू करने पर मंथन किया जा रहा है। इटली ने सोमवार को लॉकडाउन लागू कर दिया, जबकि फ्रांस और जर्मनी के चिकित्सकों ने अपने-अपने देश में तुरंत लॉकडाउन लागू करने के लिए सरकार पर दबाव बढ़ा दिया है।
इटली में नर्सरी स्कूल से लेकर विश्वविद्यालय तक के संस्थान बंद कर दिए हैं और इलाकों को रेड, ऑरेंज और व्हाइट जोन में बांटा गया है। जर्मनी के चिकित्सकों ने ब्रिटेन में पाए गए कोरोना के नए प्रकार से बचने के लिए सरकार से तुरंत आंशिक लॉकडाउन लागू करने की अपील की है। जर्मनी के इंटेंशिव केयर रजिस्टर के निदेशक क्रिस्टियन काराजिआंनीडिस ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए आंशिक लॉकडाउन जरूरी है। संक्रमण के बढ़ते मामले को देखते हुए पोलैंड, हंगरी और चेक गणराज्य समेत कई अन्य देश भी पाबंदी के कड़े कदम उठाने पर मंथन कर रहे हैं।
आधे इटली में कड़े प्रतिबंध: आधा इटली में लॉकडाउन लागू किया गया है और जगह-जगह रेड जोन बनाए गए हैं। लोगों को घरों से बगैर जरूरी काम के नहीं निकलने की सलाह दी गई है। इटली में शुक्रवार को 27 हजार से अधिक नए कोरोना संक्रमित मिले। इटली के प्रधानमंत्री मारियो द्रागी ने कहा- स्वास्थ्य आपातकाल लगाने के एक साल से अधिक दिन बाद दुर्भाग्य से हम कोरोना की नई लहर का सामना कर रहे हैं।
फ्रांस में कर्फ्यू : फ्रांस की राजधानी पेरिस समेत अन्य हिस्सों में कर्फ्यू लगाया गया है। पेरिस में हर 12 मिनट में एक शहरवासी आईसीयू में भर्ती हो रहा है। फ्रांस के स्वास्थ्य मंत्री ने ओलिवीर वरान ने ग्रेटर पेरिस में बढ़ते मामलों को चिंताजनक बताया। कई चिकित्सकों ने फ्रांस की सरकार पर तत्काल राष्ट्रीय लॉकडाउन लगाने के लिए दबाव बढ़ा दिया है।