दिल्ली की तिहाड़ जेल में आतंकी की बैरक से मोबाइल फोन मिलने के बाद दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल की एक टीम शनिवार को इंडियन मुजाहिदीन के आतंकवादी तहसीन अख्तर से पूछताछ के लिए तिहाड़ जेल पहुंची है।
जानकारी के अनुसार, देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के मुंबई स्थित घर एंटीलिया के बाहर से 25 फरवरी को एक एसयूवी कार में मिले विस्फोटक के मामले में आतंकी घटना की जिम्मेदारी लेने के लिए जिस मोबाइल फोन पर ‘टेलीग्राम चैनल तैयार किया गया था, उसे तिहाड़ जेल से जब्त किया गया है। दिल्ली पुलिस ने इस मामले में जेल प्रशासन से संपर्क किया था।
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया था कि मुंबई में मुकेश अंबानी के घर के पास एसयूवी में विस्फोटक रखने की जिम्मेदारी लेने का दावा करने वाले जैश-उल-हिंद संगठन का ‘टेलीग्राम चैनल दिल्ली की तिहाड़ इलाके में बनाया गया था। इस मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को तिहाड़ जेल प्रशासन से संपर्क किया था।
दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि तिहाड़ जेल प्रशासन ने एक मोबाइल फोन जब्त किया है, जिसके बारे में संदेह है कि उसी से टेलीग्राम चैनल शुरू किया गया था और आतंकी कृत्यों की जिम्मेदारी ली गई थी।
स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद सिंह कुशवाह ने शुक्रवार को बताया था कि स्पेशल सेल से मिली सूचना के बाद तिहाड़ जेल प्रशासन ने आतंकवादियों की बैरक से एक मोबाइल फोन जब्त किया था। आशंका है कि टेलीग्राम चैनल शुरू करने के लिए इसी फोन का इस्तेमाल किया गया और आतंकी कृत्यों की जिम्मेदारी ली गई।उन्होंने बताया कि तिहाड़ जेल से जब्त मोबाइल के संबंध में फॉरेंसिक एनालिसिस और आगे जांच की जाएगी।
मुंबई पुलिस के एक अधिकारी ने बताया था कि पुलिस ने एक निजी साइबर एजेंसी की मदद से उस फोन की लोकेशन पता की, जिस पर टेलीग्राम का चैनल बनाया गया था। उन्होंने बताया कि जांच में पता चला कि फोन की लोकेशन दिल्ली की तिहाड़ जेल के पास है।
दिल्ली सरकार ने तिहाड़ जेल डीजी से मांगी रिपोर्ट
इस बीच, दिल्ली सरकार ने दिल्ली के जेल महानिदेशक से मोबाइल जब्त होने के मामले में रिपोर्ट तलब की है। दिल्ली के गृह मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। जैन ने तिहाड़ जेल से मोबाइल जब्त होने के मामले में महानिदेशक (जेल) को पत्र लिखा है और पूरे मामले पर रिपोर्ट तलब की है।
26 फरवरी को शुरू किया था टेलीग्राम चैनल
गौरतलब है कि 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से लदी एक स्कॉर्पियो कार लावारिस हालत में खड़ी मिली थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, 26 फरवरी को टेलीग्राम ऐप पर चैनल शुरू किया गया और अंबानी के घर के बाहर गाड़ी खड़ी करने के लिए जिम्मेदारी लेने वाला मैसेज 27 फरवरी की रात को ऐप पर पोस्ट किया गया। मैसेज में क्रिप्टो करेंसी में भुगतान करने की मांग की गई और एक लिंक भी उसमें दिया गया था। अधिकारी ने बताया कि जांच के दौरान पाया गया कि लिंक उपलब्ध नहीं था जिसके बाद जांच करने वाले अधिकारियों को संदेह हुआ कि किसी ने यह शरारत की है।
एनआईए भी कर रही जांच
सोशल मीडिया प्लैटफॉर्म पर जैश-उल-हिंद का एक और मैसेज 28 फरवरी को आया जिसमें दावा किया गया कि घटना में संगठन की कोई भूमिका नहीं थी। शुरुआत में मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मामले में जांच शुरू की। यह गाड़ी मनसुख हिरेन के पास थी। हिरेन की संदिग्ध हालात में मौत के बाद मामले को महाराष्ट्र आतंकवाद रोधी दस्ते (एटीएस) को स्थानांतरित किया गया। एनआईए ने विस्फोटक लदी गाड़ी की बरामदगी के मामले में जांच का जिम्मा सोमवार 8 मार्च को अपने हाथ में ले लिया।