प्रदेश के थानों में डाटा एंट्री ऑपरेटर की नौकरी देने के नाम पर लाखों रुपए की ठगी करने वाले निशाम कंपनी के फर्जी डायरेक्टर व कोऑर्डिनेटर को कैमूर पुलिस ने पटना के पश्चिमी बोरिंग कैनाल रोड से गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार डायरेक्टर सिकंदर कुमार सिंह सारण जिले के सोनपुर थाना क्षेत्र के कल्याणपुर गांव के धुरंधर सिंह का पुत्र है, जबकि दूसरा ठग कोऑडिनेटर राजेश कुमार कैमूर जिले के मोहनियां थाना क्षेत्र के लरिया निवासी सकलदीप राम का बेटा है, जो वर्तमान में भभुआ शहर के वार्ड 15 स्थित सीता साह के बागीचा नगरपालिका के पीछे रहता है।
गिरफ्तार आरोपितों के कब्जे से पुलिस ने पटना स्थित कार्यालय से एक लैपटॉप, एक प्रिंटर, एक डेस्कटॉप, एक वाई-फाई मशीन, चार कीबोर्ड, मुहर, पैड, नियुक्ति पत्र से संबंधित कागजात एवं इनके द्वारा अभ्यर्थियों से नियुक्ति पत्र के लिए मिले 40 हजार रुपये, दो एटीएम कार्ड बरामद किया है। पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार ने गुरुवार को नगर थाने में आयोजित प्रेसवार्ता में नौकरी के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले गिरोह का खुलासा किया। बताया कि नौ मार्च को कैमूर के बेलांव थाना के टेटिहा गांव के रंजन कुमार पाठक ने पकड़े गये आरोपितों के बारे में इसकी लिखित शिकायत की थी।
नौकरी के लिए निकाला था ऑनलाइन विज्ञापन
एसपी के अनुसार, आवेदन में कहा गया कि निशाम सर्विस प्राइवेट लिमिटेड पटना द्वारा डाटा इंट्री ऑपरेटर पद पर संविदा के आधार पर बिहार के पुलिस थानों में कार्य करने से जुड़ा ऑनलाइन विज्ञापन निकाला गया। विज्ञापन के आधार पर कैमूर जिले के अलावा बिहार के अन्य जिलों के लगभग 400 अभ्यर्थियों द्वारा ऑनलाइन आवेदन किया गया।
इसी बीच पांच मार्च 2021 को इस मामले में आवेदक रंजन कुमार पाठक के अलावा कैमूर जिले के 25 अभ्यर्थियों द्वारा निशाम सर्विस प्राइवेट लिमिटेड पटना पश्चिमी बोरिंग कैनाल रोड पटना में जाकर टाइपिंग टेस्ट एवं साक्षात्कार दिया। इसके बाद आरोपित नियुक्ति पत्र लेने के समय 60 हजार रुपए नकद या बैंक खाता में रुपया जमा करने का दबाव देने लगे