रामपुर में शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव की जनसभा और साइकिल रैली से गर्माये सियासी माहौल के बीच में पुलिस ने सपा सांसद आजम खां पर कानून का शिकंजा और कस दिया। पुलिस ने आजम खां के खिलाफ डूंगरपुर प्रकरण से जुड़े 11 मुकदमों में आरोप पत्र कोर्ट में दाखिल कर दिया है। पुलिस ने डूंगरपुर प्रकरण में साजिशकर्ता मानते हुए आजम खां को आईपीसी की धारा 120बी के तहत आरोपी बनाया है।
मालूम हो कि बीते वर्ष जुलाई माह में डूंगरपुर प्रकरण में आजम खां के करीबियों के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज हुए थे। इन मुकदमों में पुलिस ने जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया उनसे पूछताछ की गई। पुलिस का दावा है कि गिरफ्तार आरोपियों ने बयान दिए हैं कि उन्होंने आजम खां के इशारे पर इन अपराधों को अंजाम दिया है। घरों में तोड़फोड़ और लूटपाट भी उनके कहने पर ही की। इसी आधार पर पुलिस ने आजम खां को भी इन 11 मुकदमों में आरोपी बनाया है। पुलिस ने उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120बी के तहत कार्रवाई की है। इस संबंध में पुलिस ने शुक्रवार को चार्जशीट दाखिल कर दी है।
रामपुर एसपी शगुन गौतम ने बताया, थाना गंज पर आसरा कालोनी डूंगरपुर की जमीन को कब्जाने के संबंध में पंजीकृत 11 अभियोगों में मोहम्मद आजम खां द्वारा षणयंत्र रचकर डकैती, छेड़छाड़, धमकाना, मारपीट, गाली-गलौज, तोड़फोड़, बलवा आदि कराए जाने के आरोपों के संबंध में आरोप पत्र दाखिल किया गया है।
ये है डूंगरपुर प्रकरण
सपा शासनकाल में पुलिस लाइन के पास डूंगरपुर में आसरा आवास कालोनी बनवाई गई थी। तब आजम खां प्रदेश सरकार में नगर विकास मंत्री थे, जिस जगह कालोनी बनी हैं, यहां पहले से कुछ लोगों के मकान थे, जिन्हें नगर पालिका की जमीन बताते हुए तोड़ दिया गया था। प्रदेश में सरकार बदलने के बाद में इस मामले में घरों में तोड़फोड़ करने, लूटपाट, मारपीट और महिलाओं से छेड़छाड़ के आरोप लगाते हुए अभियोग पंजीकृत कराए गए थे।
आजम के खास पूर्व पालिकाध्यक्ष की हो चुकी है कुर्की
एसपी ने बताया कि डूंगरपुर प्रकरण के इन्हीं मुकदमों में आजम के करीबी पूर्व पालिकाध्यक्ष अजहर खां भी नामजद हैं, जो पुलिस के हाथ नहीं लग पा रहे हैं। पुलिस उनकी संपत्ति कुर्क कर चुकी है। उनकी गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपये का इनाम भी घोषित हो चुका है। फरार पूर्व पालिकाध्यक्ष की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार प्रयास कर रही है