बिहार विधानसभा में बुधवार को राज्य में शराबबंदी को लेकर विपक्ष ने जाेरदार हंगामा किया। राजद विधायकों ने आरोप लगाया कि राज्य में शराबबंदी पूरी तरह फेल हो चुकी है। राजद विधायकों ने कहा कि मीडिया में यह खबर चल रही है कि बिहार में समानांतर शराब की सप्लाई हो रही। यह कहकर राजद के सारे सदस्य खड़े हो गये और हंगामा करने लगे। कांगेस नेता अजीत शर्मा ने कहा कि यदि राज्य सरकार शराबबंदी को पूर्ण रूप से लागू नहीं कर पा रही है तो शराब के दाम तीन गुना बढ़ाकर इसकी बिक्री शुरू कराए। अवैध शराब से बिहार का पैसा दूसरे राज्यों में जा रहा है।
वहीं शराबबंदी कानून को पूरी सख्ती से लागू करने और अवैध रूप से बिक रही शराब मामले में सरकारी पदाधिकारियों पर कार्रवाई को लेकर विपक्ष ने विधानसभा के वेल में जमकर प्रदर्शन किया। राजद ने उत्पाद मंत्री से इस्तीफे की मांग की। हंगामे के बीच तीस मिनट देरी से प्रश्नकाल शुरू हुआ। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि सदन सहमत होगा तो शराबबंदी को लेकर अलग से हम डिबेट कराएंगे।
राजद विधायक ललित यादव ने प्रश्नकाल शुरू होने से पहले यह सवाल उठाया। उन्होंने मांग किया कि सदन स्थगित किया जाये। राजद विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से इस्तीफे की मांग कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा लगातार राजद विधायकों को शांत कराने में जुटे रहे। विधानसभा अध्यक्ष ने सदन में कहा कि आप लोगों का सवाल काफी महत्वपूर्ण है और हम आपकी बात सुनेंगे लेकिन विपक्ष लगातार हंगामा करते रहें।
इससे पहले विधानसभा परिसर में विपक्ष ने नीतीश सरकार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया। राजद विधायकों ने पथ निर्माण विभाग में घोटाले का आरोप लगाते हुए नारेबाजी की। वहीं खगड़िया जिले में पिछले दिनों स्कूल की चहारदीवारी गिरने से छह लोगों की हुई मौत की जांच की मांग को लेकर माले विधायकों ने विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया।