26 जनवरी को किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान लाल किला पर हुई हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस के हत्थे दो और आरोपी चढ़ें हैं। दिल्ली पुलिस ने बुधवार को बताया कि उसने लाल किला हिंसा मामले में एक डच नागरिक और दिल्ली के रवाने वाले शख्स को गिरफ्तार किया है। दिल्ली पुलिस ने लाल किला हिंसा मामले में मनिंदरजीत सिंह को दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट पर गिरफ्तार किया है, जो फेक पहचान पत्र और फर्जी दस्तावेंजों के सहारे विदेश भागने की फिराक में था। वहीं, एक अन्य आरोपी 21 वर्षीय खेमप्रीत सिंह को दिल्ली के ख्याला से गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) मोनिका भारद्वाज ने कहा कि गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की गई और दोनों आरोपियों को मंगलवार को गिरफ्तार किया गया। आरोपी मनिंदरजीत को कल ही अदालत में पेश किया गया और चार दिन की रिमांड पर पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। वहीं खेमप्रीत को अदालत में पेश किया जाना बाकी है। बता दें कि मनिंदरजीत के खिलाफ पुलिस ने लुकआउट सर्कुलर जारी कर रखा था और वह लाल किले पर भाला के साथ दिखा था।
डीसीपी ने कहा कि मनिंदरजीत सिंह के खिलाफ सबूत वीडियो फुटेज के रूप में हैं, जिसमें वह भाला चलाने वाले दंगाइयों के समूह में दिख रहा है। मनिंदरजीत ने हाथ में भाला लेकर दंगे में सक्रिय तौर पर शामिल था। दूसरी ओर वीडियो में आरोपी खेमप्रीत को किले के अंदर पुलिस कर्मियों पर हमला करते हुए पकड़ा गया है।
डीसीपी भारद्वाज ने कहा कि मनिंदरजीत के परिवार की जड़ें पंजाब के गुरदासपुर में हैं, मगर उसका पिता एक डच नागरिक है। उन्होंने कहा कि मनिंदरजीत का परिवार ब्रिटेन के बर्मिंघम में बस गया है, जहां मनिंदरजीत एक निर्माण क्षेत्र में एक मजदूर के रूप में काम करता है। वह 2019 में भारत आया था, मगर पिछले साल लॉकडाउन के कारण यहां फंस गया था।
अधिकारी ने कहा कि मनिंदरजीत कथित रूप से दो अन्य आपराधिक मामलों में शामिल रहा है और गिरफ्तारी के दबाव के बाद वह नेपाल और वहां से ब्रिटेन जाने की योजना बना रहा था। वहीं, खेमप्रीत सिंह अपने परिवार के साथ स्वरूप नगर में रहता है। पुलिस उसकी वर्क प्रोफाइल के बारे में ब्योरा जुटा रही है। डीसीपी ने कहा कि उसके एक रिश्तेदार को पहले ही हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किया जा चुका है। बता दें कि 26 जनवरी को ट्रैक्टर रैली के दौरान हिंसा हुई थी और कई पुलिसकर्मी घायल हुए थे।