बिहार में अपराधियों के अंदर न तो कानून का डर है और न ही पुलिस का खौफ। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है राज्य में अपराध का ग्राफ बढ़ता जा रहा है। आए-दिन बेखौफ अपराधी वारदात को बड़ी ही आसानी से अंजाम देते हैं और फिर भाग जाते हैं। ताजा मामले सिवान और मुजफ्फरपुर जिले का है। जहां रविवार को लूट का विरोध करने पर दो लोगों की हत्या कर दी गई।
पूर्वी चंपारण के मोतिहारी के हरसिद्धि के रहने वाले 30 साल के ऋषिकेश राज की अज्ञात बाइक सवार अपराधियों ने चाकू मारकर हत्या कर दी। उनका कसूर सिर्फ इतना था कि उन्होंने अपराधियों द्वारा अपना मोबाइल फोन लूटे जाने का विरोध किया। वारदात को सिवान के नौतन थाना क्षेत्र के अंतर्गत पचलाखी में दोपहर के दो बजे अंजाम दिया गया। राज हरसिद्धि में स्थित एक निजी कंपनी में काम करते थे।
इस मामले में नौतन के एसएचओ अभिमन्यु कुमार ने कहा कि घटना के समय राज किसी काम से बाइक से हरसिद्धि से सिवान जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों ने पुलिस को बताया कि दो बाइक सवार अपराधियों ने राज का रास्ता रोका और उसका फोन छीनने की कोशिश की। जब उसने इसका विरोध किया तो एक ने चाकू निकाला और उसकी छाती में मार दिया। इसके बाद वे उसका फोन छीनकर वहां से भाग निकले। कुछ देर बाद ही राज ने दम तोड़ दिया।
एसएचओ अभिमन्यु ने बताया कि मतृक का पर्स और अन्य सामान भी बरामद नहीं हुआ है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि अपराधियों ने उसके अन्य सामान को भी लूट लिया या इन चीजों को पास के गांव के किसी व्यक्ति या बदमाश ने चुराया है। वहीं एक अन्य मामले में कम से कम चार कार सवार अपराधियों ने एक तारकोल से लदे ट्रक को रोक लिया और उसके 34 साल के मालिक नरेंद्र यादव को गोली मार दी। उन्होंने रविवार को मुजफ्फरपुर में बरुराज थाना क्षेत्र के अंतर्गत पानापुर में लूट का विरोध किया था।
बरुराज के एसएचओ मुकेश कुमार का कहना है कि यादव से 30 हजार रुपये लूटे गए हैं। यादव के बयान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि नरेंद्र ने बताया कि कम से कम चार कार सवार अपराधियों ने उसके ट्रक का रास्ता रोका। एसएचओ ने कहा, ‘उन्होंने यादव और चालक को ट्रक से बाहर आने के लिए मजबूर किया और लूटपाट शुरू कर दी। जब यादव ने इसका विरोध किया, तो अपराधियों ने उनकी जांघ में गोली मार दी और नकदी लूट ली। उनका मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच में इलाज चल रहा है।’