दिल्ली पुलिस ने राजधानी में गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के संबंध में पंजाब के अधिकारियों से मिली जानकारी के आधार पर तीन लोगों को नोटिस भेजे हैं। दिल्ली पुलिस का यह स्पष्टीकरण सोशल मीडिया पर किए गए इन दावों के बाद आया है कि एक मृत व्यक्ति को हिंसा के संबंध में नोटिस भेजा गया है।
पुलिस ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, ”जांच के दौरान पंजाब पंजीकरण प्राधिकरण के स्वामित्व रिकॉर्ड के आधार पर नोटिस जारी किए गए हैं, इसमें ट्रैक्टर नंबर पीबी 27 6306 का पता चला जो तीन लोगों- जागीर, सुरजीत और गुरचरण सिंह का है। उसके अनुसार, उन्हें जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किए गए।”
पुलिस ने कहा कि दंगों के सिलसिले में बाबा हरिदास नगर थाने में मामला दर्ज कराया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि उन्होंने एक ट्रैक्टर की पहचान की जिसका पंजीकरण नंबर पंजाब में अधिकारियों को भेजा गया ताकि वाहन के मालिक का पता लगाया जा सके। इस संबंध में पुलिस को तीन नाम मिले और उस जानकारी के आधार नोटिस भेजे गए।
गौरतलब है कि 26 जनवरी को हजारों की संख्या में प्रदर्शनकारी किसान अवरोधकों को तोड़ कर राष्ट्रीय राजधानी में दाखिल हो गए थे और आईटीओ सहित अन्य स्थानों पर उनकी पुलिस कर्मियों से झड़पें हुई थीं। कई प्रदर्शनकारी ट्रैक्टर चलाते हुए लाल किला पहुंच गए और ऐतिहासिक स्मारक में प्रवेश कर गए तथा उसकी प्राचीर पर एक धार्मिक झंडा लगा दिया। इस हिंसा में 500 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जबकि एक प्रदर्शनकारी की मौत हो गई थी।
दिल्ली पुलिस ने इस हिंसा के सिलसिले में राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, राजिंदर सिंह, मेधा पाटकर, बूटा सिंह, दर्शन पाल और बलबीर सिंह राजेवाल समेत 37 किसान नेताओं के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज की है। दिल्ली पुलिस ने गणतंत्र दिवस पर हुई हिंसा के मामले में अब तक 152 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 124 ए (राजद्रोह) के तहत मामला दर्ज किया है और पंजाबी अभिनेता दीप सिद्धू और गैंगस्टर से सामाजिक कार्यकर्ता बने लक्खा सिधाना को मुख्य आरोपी बनाया है।