राजस्थान के पाली में एक हैरान कर देंने वाला मामला सामने आया है, जहां एक कथित मौलवी व उसके शागिर्द ने पत्थर को सोना बना देने का झांसा देकर एक महिला से 16 महीने तक सामूहिक दरिंदगी की और 45 लाख रुपए भी ठग लिए। इसके साथ ही मौलवी ने कहा यदि तुम्हारे इकलौते बेटे की बलि दी जाएगी तो यह पत्थर सोना बनने लगेगा और पत्थर बेचने से उसे 3 करोड़ 20 लाख रुपए मिलेंगे। लेकिन पीड़िता ने उसे मना कर दिया। अब महिला की शिकायत के बाद पुलिस ने कथित मौलवी रोशन बाबा उर्फ साजिद सिद्धीकी व वसील कादरी को गिरफ्तार कर लिया है। वसील कादरी के घर में ही रोशन बाबा ने अपना ठिकाना बना रखा था।
जानकारी के अनुसार, रोशन बाबा पिछले छह सालों से वसील कादरी के साथ ही रह रहा था। बताया जा रहा है कि, रोशन बाबा महिलाओं को टोटके के फेर में फंसा कर बताता था कि उनके घर के नीचे जमीन में सोना गड़ा है और धन निकालने का लालच देकर वह महिलाओं से दरिंदगी को अंजाम देता था। अब पुलिस ने रोशन बाबा उर्फ साजिद सिद्दीकी को कोर्ट के आदेश पर रिमांड पर लिया है। इस दरिंदगी में साथ देने वाले शागिर्द राजू और आरिफ को जेल भेज दिया। पुलिस ने बताया कि रोशन को जिस ठिकाने से गिरफ्तार किया गया वहन ऐशो-आराम की सारी सामान बरामद हुई है।
रोशन बाबा ने अपने इस ठिकाने को जन्नत महल नाम दे रखा था। रात के समय वह पीडिता को वीडियो कॉल करके कहता कि देखो मैं जन्नत में हूँ। जबकि इस ढकोसले के पीछे लाइट इफेक्ट का इस्तेमाल करता था। इस सब के चलते वह महिला से कहता कि जैसे मैं जन्नत से लौट आता हूँ, वैसे ही तुम्हारा बेटा भी वापस आ जाएगा। रोशन बाबा ने अपना ठिकाना आऊवा गांव में अपने रिश्तेदार वसील कादरी के मकान में बना रखा था। जानकारी के मुताबिक, रोशन खुद को मौलवी व तांत्रिक बताता था और मूलतः वह बिहार के सहरसा जिले में सलखुआं का रहने वाला था। लेकिन इन्हीं सब कारनामों के चलते उसे वहां से भागना पड़ा था, इसके बाद वह आऊवा में वसील कादरी के पास आ गया था। साथ ही इसी मकान के नीचे हिस्से में वसील कादरी अपने परिवार के साथ रहता है।
जानें, कैसे पत्थरों को सोना बनाने का दिलाया था यकीन
रोशन बाबा अपने शागिर्दों के साथ मिलकर पहले पीड़िता के घर में खुदाई करवाई और पीड़िता को बताए बगैर केमिकल से पॉलिश किये पत्थर एक बोरी में भरकर उसे मिट्टी में गाड़ दिए। इसके बाद महिला को बुलाकर दिखाया कि देखो खुदाई में एक बोरी मिली है और मेरी करामात से पत्थर सोने का रूप ले रहे हैं। टोने-टोटके की आड़ में यह सब करीब 16 महीने के लम्बे अंतराल तक चलता रहा और रोशन अपने शागिर्दों के साथ मिलकर पीड़िता से सामूहिक दुष्कर्म करते रहे और उससे 45 लाख रुपए भी हड़प लिए।