रूप नगर पुलिस ने दस लाख रुपये की लूट के मामले को सुलझाते हुए एजुकेशन काउंसलर समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया है। एजुकेशन काउंसलर की नौकरी लॉकडाउन में छूटने के बाद लूटपाट में शामिल हो गया था।
डीसीपी अंटो अल्फोंस ने बताया कि 27 फरवरी को रूप नगर इलाके में रोडरेज के नाम पर कैशियर राकेश से दस लाख रुपये की लूट हो गई थी। पीड़ित की शिकायत पर एफआईआर दर्ज कर एसआई संजय कौशिक और एसआई आकाशदीप की टीम गठित की गई। पुलिस को सीसीटीवी कैमरे की फुटेज के सहारे वारदात में प्रयुक्त स्कूटी का नम्बर मिला और फिर स्कूटी मालिक राहुल को गिरफ्तार कर लिया। राहुल भी राकेश के साथ एक ही कम्पनी में काम करता था और घटना के समय वह भी था। पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि इस वारदात में लक्ष्मी नगर
निवासी लकी नोएल और एक अन्य युवक शामिल हैं।
आसाम से पकड़ा गया आरोपी
पुलिस की टीम जब लक्ष्मी नगर पहुंची तो वहां से लकी फरार हो चुका था। जब काल डिटेल्स आदि खंगाली गई तो मालूम हुआ कि लकी आसाम अपने गांव की तरफ जा रहा है। अंत में आरोपी की लोकेशन कोकराझार में मिली जहां एसआई संजय कौशिक की टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। लकी ने बताया कि वह एप आधारित एजुकेशन कम्पनी में काउंसलर का काम करता था। उसने निजी विश्वविद्यालय के डिग्री भी ली हुई थी। लेकिन लाकडाउन में नौकरी जाने के बाद वह
अपराध करने लगा।
जेल में हुई थी मुलाकात
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 2013 में लकी अपनी मां की हत्या में गिरफ्तार हुआ था। स्थानीय अदालत ने उसे दोषी भी ठहरा दिया लेकिन हाईकोर्ट ने उसे बरी कर दिया। इस दौरान जेल में उसकी मुलाकात अपराधियों से हुई जिनके सहारे वह राहुल से मिला। पुलिस ने दोनों आरोपियों के कब्जे से लूट का चार लाख रुपया भी बरामद कर लिया है।